- बीएकेएस ने दिया सामूहिक अवकाश पर जाने की चेतावनी।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। बोनस विवाद गहराता जा रहा है। सेल प्रबंधन कर्मचारियों के खाते में 23 हजार रुपए बोनस डाल रहा है। बगैर समझौता पर साइन किए बोनस राशि डालने पर बीएसपी अनाधिशासी कर्मचारी संघ का कहना है कि सेल प्रबंधन और एनजेसीएस के गठजोड़ द्वारा अवैध बोनस फॉर्मूला को लागू किया गया है।
इसके खिलाफ एक कड़ा पत्र निदेशक प्रभारी, निदेशक कार्मिक, उप मुख्य श्रमायुक्त रायपुर, मुख्य श्रमायुक्त दिल्ली को लिखा है। अपने पत्र में बताया है कि बाहरी तथा गैर निर्वाचित नेताओं के गठजोड़ करके एनजेसीएस संविधान का उल्लंघन कर बोनस फॉर्मूला को मनमाने तरीके से लागू कर दिया गया है। पहले वेज रीविजन फिर बोनस फॉर्मूला में बहुमत का नाटक दिखाकर लागू किया जा रहा है।
अपने पत्र में यूनियन ने प्रबंधन को चेतावनी दिया है कि उपरोक्त फॉर्मूला को रद्द नहीं किया जाता है तो सभी बीएसपी कर्मी अपना निजी मोबाइल संयंत्र के हित में इस्तेमाल नहीं करेंगे। पूजा के दौरान या उसके बाद सामूहिक अवकाश पर सभी कर्मी जा सकते हैं। अपने कर्मियों की भावनाओं की उपेक्षा कर जबरदस्ती बोनस फॉर्मूले को लागू करने से सेल कर्मियों में गहरा आक्रोश पनप चुका है। ऑनलाइन सर्वे में भी 98 प्रतिशत सेल कर्मी हड़ताल करने हेतु सहमती दे चुके हैं।
यूनियन का कहना है कि एक तरफ अधिकारी वर्ग को तय फॉर्मूले के तहत 5% पीआरपी दिया जा रहा है, तो सेल कर्मियो को चुरन बोनस देकर हतोत्साहित किया जा रहा है।
अध्यक्ष अमर सिंह ने कहा-एनजेसीएस में बैठे नेता को खुद यह नहीं पता कि बोनस फॉर्मूले के तहत कितनी राशि बन रहीं है। मैनेजमेंट ने जो फॉर्मूला दिया, उस पर आंख मूंदकर हस्ताक्षर करने के कारण आज सेल कर्मी दूसरे पीएसयू के कर्मचारियों के मुकाबले काफी पीछे हैं।
महासचिव अभिषेक सिंह ने बताया कि नालको में 150000, कोल इंडिया में 85000, एनएमडीसी में 132000 बोनस दिया गया। सेल में रिकॉर्ड 19 मिलियन टन हॉट मेटल, रिकॉर्ड एक लाख चार हजार करोड़ रुपया का व्यापार करने के बावजूद एनजेसीएस नेताओं ने बोनस को मैनेजमेंट के हाथों बंधक बना दिया।