लोकसभा चुनाव 2024 बनारस लाइव: भागे रे हवा खराब हव…कइसे का होइए…

  • चुनावी माहौल नदेसर पर देखने को मिला। होटल ताज के बाहर एक तरफ कांग्रेसियों का जमावड़ा तो दूसरी तरफ भाजपाइयों का डेरा।

अज़मत अली, वाराणसी। लोकसभा चुनाव 2024 बनारस लाइव (Lok Sabha Elections 2024 Banaras Live): देश की सबसे चर्चित लोकसभा सीट बनारस की नब्ज को सूचनाजी.कॉम ने शनिवार को टटोला। मतदान केंद्रों के बाहर वोटरों की जुबां से जो कुछ निकला, उसकी झलक यहां दिखाई जा रही है। बुनकर बहुल क्षेत्रों में माहौल दिखा और उनकी ठेठ जुबान पर पूरी बतकही को प्रस्तुत किया जा रहा है। जो लोग यूपी-बिहार से ताल्लुक रखते हैं, वे इसे आसानी से इसे समझ सकते हैं।

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शहर उत्तरी के बुनकर मार्केट मतदान केंद्र के बाहर चंद कदमों की दूरी पर खलियट किस्म के लोग सरकार बनाने से लेकर मंत्रिमंडल तक का रोडमैप बना चुके थे। वहीं, हाथ धोकर मोदी के पीछे पड़े बुनकरों ने अपनी तंगहाली की दास्ता सुना दी।

एक बुनकर ने बगल में बैठे दूसरे को टोकते हुए कहा…अमां यार जुम्मन भाई…कइसे का होइए…। कारोबार है नाही, गृहस्था भी परेशान है। वोका माल बिकते नाही…। तो हम्मे तानी-बाना कइसे दीहे…। गद्दिया पर जाओ तो पूरी गद्दिया मलवा से भरी पड़ी है।

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एक दिन की बात बतावें, हमरे समन्नवा हाजी साहब का पोतवा आवा रहा, उ कहेस की दादा आइस्कीम लेने…। हाजी साहब कहेन, अबे बउवा इतना मंदा है, अब आइस्क्रीम, उस्क्रीम नाही मिलिहे…। जा ऊप्पर अपनी दादी से कहो…कोसिया में दूध डालकर फ्रीज में रख दें, आइस्क्रीम बन जइए…। इतना सुनते ही पोतवा कहेस कि नाही दादा…हमें बॉडीलाल वाली आइस्क्रीम चहिए…।

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अबे, यहां बॉडी सूखके खनखड़ हो गई है और तोके आइस्क्रीम चहिए…? कहां से पइसा ली आवें बेटा, माल बिकते नाही…अब तो लगेते कि भुक्कन मरे की नौबत आ गई है…। लूम चले, न चले…बिजली का बिल हर महीना भरे के है…। नाही तो बत्ती कट जइहे…। जाओ बेटा सब्र करो…। सरकार बदलिए, तब्बे कुछ होइए…।

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बुनकर बहुल क्षेत्र में ये नारा गूंज रहा

पीलीकोठी के एक बूथ पर वोटर के मुंह से निकला…अबे सेरजवा बनारस में चारो तरफ एक्के हवा चल रही है…अजय राय की। एक्को वोट बेटा इधर-उधर न जाए…। और बाबू आंधी चल रही है आंधी। ई समझ ले, कि मोदी गयेन…। अब अच्छा दिन अइए। लूमियो चलिहे और करघइयो भी चलिहे। सरकारिया बदल जाए दे। मुलायम सिंह वाली बत्तिया भी ठीक करा लिया जइहे।

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एक बड़ा वोट बैंक हैं बुनकर

मुस्लिम मतदाताओं की बात की जाए तो बनारस सीट पर करीब साढ़े 3 लाख हैं। इनमें से करीब ढाई लाख बुनकर बताए जा रहे हैं। इसी तरह चंदौली सीट पर मुस्लिम ढाई लाख बताए जा रहे हैं। जीत हार में इनका भी फैक्टर माना जाता है। पूर्व में शहर दक्षिण से कांग्रेस प्रत्याशी दयाशंकर मिश्र दयालू करीब 11 हजार वोट से हारे थे, जबकि कौमी एकता दल से अतहर जमाल लारी को करीब 22 हजार वोट मिला था।

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वहीं, मुरली मनोहर जोशी करीब 17 हजार वोट से जीतकर साल 2009 में भाजपा सांसद बने थे। इनके विरोध में बसपा ने मुख्तार अंसारी को मैदान में उतारा था। 17 हजार वोट से मुख्तार हारे थे। शहर उत्तरी में वोट कम मिला था। जहां, बुनकरों की संख्या अधिक है।

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बनारस के बुनकर बहुल क्षेत्र

रसूलपुरा, छित्तनपुरा, काजीसादुल्लाहपुरा, जैतपुरा, कमलगड्ढा, नेशनल कॉलेज एरिया, पीलीकोठी, कच्ची बाग, भदऊ, कोनिया, अमरपुर बटलोहिया, मदनपुरा, रेवड़ी तालाब, कोटवा, बजरडीहा, लल्लापुरा। वहीं, चंदौली संसदीय क्षेत्र में पड़ाव, नाथुपुर, नीबूपुर, चौरहट, गोपालपुर, सेमरा, बहादुरपुर, कटेसर, भीसैडी, मोहम्मपुर, सकूराबाद है।

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मोदी की लहर में भागे रे हवा खराब हव

चुनावी माहौल नदेसर पर देखने को मिला। होटल ताज के बाहर मिंट हाउस चौराहे पर एक तरफ कांग्रेसियों का जमावड़ा तो दूसरी तरफ भाजपाइयों का डेरा। दोनों पार्टी की चौकी पर सैकड़ों की भीड़। मतदाताओं की मदद के लिए पर्ची काटने का दौर चलता रहा। एक-एक बूथ के माहौल पर मंथन होता रहा।

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कहीं जीत तो कहीं झटके का संकेत मिलता रहा। कालिया रेस्टूरेंट पर बैठे कुछ लोग बतकही में इतना मशगूल हो गए कि भाजपा समर्थित होटल मालिक को भी नहीं छोड़ा। इतना सुनते ही अंदर से आवाज आई…। मोदी की लहर हव, भागे रहे हवा खराब हव…। 10 लाख पार होकर रही…।

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