Suchnaji

UPI लेनदेने में लंबी छलांग, लोकसभा में सरकार ने दिए ये आंकड़े

UPI लेनदेने में लंबी छलांग, लोकसभा में सरकार ने दिए ये आंकड़े
  • यूपीआई लेनदेन वित्त वर्ष 2017-18 के एक लाख करोड़ रुपए की तुलना में 168 प्रतिशत की सीएजीआर की दर से बढ़कर वित्त वर्ष 2022-23 में 139 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचा।

सूचनाजी न्यूज, दिल्ली। यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (Unified Payments Interface) (यूपीआई) लेनदेन मात्रा के संदर्भ में 147 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) से वित्त वर्ष 2017-18 के 92 करोड़ से बढ़कर वित्त वर्ष 2022-23 में 8,375 करोड़ हो गया है।

AD DESCRIPTION R.O. No.12945/84

ये खबर भी पढ़ें : EPS 95 पेंशनर्स: कोश्यारी रिपोर्ट के बाद इस कमेटी ने महज 2000 रुपए पेंशन की सिफारिश की…

इसी तरह, यूपीआई लेनदेन वित्त वर्ष 2017-18 के एक लाख करोड़ रुपए की तुलना में 168 प्रतिशत की सीएजीआर की दर से बढ़कर वित्त वर्ष 2022-23 में 139 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गया।

ये खबर भी पढ़ें : Artificial Intelligence पर SAIL, TATA, IIT के एक्सपर्ट जुटे, इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कही बड़ी बात

यह जानकारी केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री डॉ. भागवत कराड ने लोकसभा में एक अतारांकित प्रश्न का लिखित उत्तर देते हुए दी। यूपीआई ने चालू वित्त वर्ष के दौरान 11 दिसंबर, 2023 तक 8,572 करोड़ लेनदेन हासिल किए हैं। यूपीआई देश में डिजिटल भुगतान लेनदेन की समग्र वृद्धि में प्रमुख प्रेरक शक्ति रही है, जो वित्त वर्ष 2022-23 में 62 प्रतिशत डिजिटल भुगतान लेनदेन के लिए उत्तरदायी है।

ये खबर भी पढ़ें : IIM: Bhilai Steel Plant की टीम के Research Paper ने अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में जीता पुरस्कार

प्रचलन में विद्यमान बैंक नोटों के मूल्य में वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि वित्त वर्ष 2021-22 की तुलना में 9.9 प्रतिशत से घटकर वित्त वर्ष 2022-23 में 7.8प्रतिशत पर आ गई।

डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने ये किया…

-रूपे डेबिट कार्ड और कम मूल्य वाले भीम यूपीआई लेनदेन (पी2एम) को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन योजना।

-भुगतान स्वीकृति अवसंरचना में सुधार के लिए विभिन्न हितधारकों को भारत सरकार द्वारा परामर्श।

ये खबर भी पढ़ें : कब्जेदारों के खिलाफ BSP का तोड़ू दस्ता पहुंचा मरौदा, अवैध निर्माण ध्वस्त

-वर्षवार डिजिटल भुगतान लेनदेन का आवंटन और निगरानी तथा सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र के बैंकों के लिए मर्चेंट एक्विजिशनटार्गेट।

-ग्रामीण भारत में डिजिटल साक्षरता बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान (पीएमजी दिशा), और डिजिटल भुगतान हितधारकों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों (एलईए) के साथ संचालित अन्य प्रचार कार्यकलाप।

ये खबर भी पढ़ें : Rourkela Steel Plant: SAIL विजन स्टेटमेंट में खो गए अधिकारी, सबकी नजरें टिकी रही मोबाइल पर

ग्राहकों को डिजिटल बैंकिंग के लिए प्रोत्साहित करने भारतीय रिजर्व बैंक भी ये कर रहा

-डिजिटल भुगतान उत्पादों, धोखाधड़ी और जोखिम शमन तथा शिकायत निवारण के बारे में जागरूकता पर जोर देने के साथ देश भर में इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग जागरूकता और प्रशिक्षण (ई-बीएएटी) कार्यक्रम

ये खबर भी पढ़ें : Bhilai Township: इन सेक्टर एरिया में रोज 3 घंटे बिजली सप्लाई रहेगी बंद, पढ़िए शेड्यूल

डिजिटल भुगतान जागरूकता सप्ताह

-मिशन ‘हर पेमेंट डिजिटल’ का उद्देश्य प्रत्येक व्यक्ति को डिजिटल भुगतान के प्रति जागरूक करना है। भारतीय रिजर्व बैंक ने आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में ’75 डिजिटल गांव’ कार्यक्रम भी शुरू किया है और जनता के बीच विभिन्न डिजिटल भुगतान पहलों जो ग्राहकों की सुरक्षा, संरक्षा और सुविधा को कवर करती हैं, के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए ‘आरबीआई कहता है’ के टैग के तहत मल्टीमीडिया चैनल/प्लेटफॉर्म आधारित जन जागरूकता अभियान भी संचालित करता है।

ये खबर भी पढ़ें : Indian Railway सास-बहू को नहीं मानता परिवार का हिस्सा, Bhilai के पैसेंजर ने राष्ट्रपति तक पहुंचाया मामला

भारतीय रिजर्व बैंक ने रूपे क्रेडिट कार्ड को यूपीआई से लिंक करने की अनुमति दे दी है। उपभोक्ताओं को ये लाभ होंगे…

रूपे क्रेडिट कार्ड (Rupey Credit Card) के यूपीआई से लिंक हो जाने पर, यूपीआई क्यूआर के माध्यम से इसका उपयोग करने के लिए प्लास्टिक कार्ड ले जाने की कोई आवश्यकता नहीं रह जाएगी।

-क्यूआर कोड वाले छोटे मर्चेंट आउटलेट पर भी ग्राहकों को क्रेडिट कार्ड का उपयोग करके व्यय करने में सक्षम बनाया जा सकेगा।

ये खबर भी पढ़ें : Gautam Adani: अडानी ग्रुप का NDTV के बाद अब IANS न्यूज एजेंसी पर कब्जा, मीडिया पर पकड़ मजबूत

AD DESCRIPTION RO: 12822/ 117