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SAIL BSP ने गुजरात के अपने प्लांट से रेलवे को दी बड़ी राहत, ये आई ताज़ा रिपोर्ट

SAIL BSP ने गुजरात के अपने प्लांट से रेलवे को दी बड़ी राहत, ये आई ताज़ा रिपोर्ट
  • सेल-बीएसपी के साबरमती फ्लैश बट वेल्डिंग प्लांट से 2024-25 में 260 मीटर लांग रेल की 23वीं रेक भेजी गई।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। 260 मीटर लंबी वेल्डेड रेल पैनलों की चौथी रेक 24 सितंबर 2024 को गुजरात के साबरमती स्थित सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र (SAIL Bhilai Steel Plant) के फ्लैश बट वेल्डिंग प्लांट (Flash Butt Welding Plant ) (एफबीडब्ल्यूपी) से भारतीय रेलवे को भेजी गई।

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वर्तमान वित्त वर्ष 2024-25 में साबरमती, एफबीडब्ल्यूपी से भेजी गई रेक की कुल संख्या 23 हो गई। वर्तमान वित्त वर्ष में भेजी गई 23 रेक में जून 2024 में भेजी गई पांच रेक, जुलाई 2024 में भेजी गई पांच रेक, अगस्त 2024 में भेजी गई चार रेक और सितंबर 2024 में अब तक भेजी गई चार रेक शामिल हैं।

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पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 में 12 रेक भेजे जाने के साथ, साबरमती वेल्डिंग प्लांट से अब तक भेजे गए रेकों की कुल संख्या 35 हो गई है।

साबरमती के एफबीडब्ल्यूपी में वेल्डिंग हेतु इनपुट रेल की आपूर्ति भिलाई इस्पात संयंत्र के रेल एंड स्ट्रक्चरल मिल द्वारा 26 मीटर लंबाई में की जा रही है। साबरमती में एफबीडब्ल्यूपी के उपयोग से भारतीय रेलवे को 260 मीटर लंबी रेल आपूर्ति बढ़ाने में सेल-बीएसपी को मदद मिली है।

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उल्लेखनीय है कि भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) के यूनिवर्सल रेल मिल और रेल एंड स्ट्रक्चरल मिल (Universal Rail Mill and Rail & Structural Mill) में फेज़्ड ऐरे अल्ट्रासोनिक टेस्टिंग (पीएयूटी) सुविधा का उद्घाटन साबरमती फ्लैश बट वेल्डिंग प्लांट में अगस्त 2024 के पहले सप्ताह में किया गया था।

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इस आधुनिक तकनीक का उपयोग वेल्ड ज्वाइंट्स में संभावित त्रुटियों का पता लगाने एवं इमेज के रूप में दर्शाने के लिए किया जाता है। यह अत्याधुनिक तकनीक, स्कैन के दौरान अनेक अल्ट्रासोनिक एलिमेंट और इलेक्ट्रॉनिक टाइम डिले का उपयोग करके कंस्ट्रक्टिव इंटरफेस द्वारा बीम का निर्माण करती है।

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