Bhilai Steel Plant: सुंदरता ज्यादा जरूरी है या कर्मचारियों की सुरक्षा, झांकने नहीं आते DIC-ED, फंड न देने का आरोप

Bhilai Steel Plant Is beauty more important or the safety of employees DIC-ED do not come to take a look allegation of not giving funds 1
  • इंटक, सीटू, एटक, एचएमएस, एक्टू, लोईमू एवं स्टील वर्कर्स यूनियन के नेताओं की बैठक हुई।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। संयुक्त ट्रेड यूनियन की बैठक इस्पात भवन कॉफी हाउस में हुई। जिसमें मुर्गा चौक एवं खुर्सीपार गेट के खतरनाक सड़कों को सुधारने के बजाय इस्पात भवन के सामने झरना एवं कलाकृतियां बनाने पर आक्रोश व्यक्त किया गया। यूनियन ने इसे भिलाई प्रबंधन की संवेदनहीनता बताते हुए शीर्ष प्रबंधन के समक्ष कड़ा विरोध करने का निर्णय लिया।

संयुक्त यूनियन के संयोजक वंश बहादुर सिंह ने बताया कि इंटक, सीटू, एटक, एचएमएस, एक्टू, लोईमू एवं स्टील वर्कर्स यूनियन के नेताओं की बैठक हुई, जिसमें भिलाई प्रबंधन द्वारा मुर्गा चौक पर पिछले 3 महीने से बन रहे बड़े-बड़े गड्ढों की अनदेखी करते हुए इस्पात भवन के सामने झरने एवं विभिन्न कलाकृतियां लगाकर सुंदरता बढ़ाने पर ही पूरा अमला लगा देने को लेकर आक्रोश व्यक्त किया यूनियन नेताओं ने कहा कि शीर्ष अधिकारी अपने कार्यालय के सामने सुंदरता बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं। लेकिन कर्मचारियों की सुरक्षा की चिंता नहीं है। यह प्रबंधन की संवेदनहीनता है।

Vansh Bahadur

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सुंदरता के लिए फंड है तो सड़क के लिए क्यों नहीं

बैठक में यूनियन नेताओं ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि क्या प्रबंधन के पास सिर्फ इस्पात भवन के सामने सुंदरता बढ़ाने के लिए फंड है। कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए फंड नहीं है। मुर्गा चौक पर लगभग दो-तीन महीने से लगातार गड्ढे बन रहे हैं और इतने ही समय से इस्पात भवन के सामने टाउनशिप का अमला पूरे जोर-शोर से झरने एवं विभिन्न कलाकृतियां बनाने मे लगा हुआ है।

ऐसा लग रहा है मानो यहां के लिए जितना भी फंड मांगा जाए दे दिया जाएगा। लेकिन मुर्गा चौक के सड़क बनाने के लिए फंड नहीं है। यूनियन ने कहा कि मुर्गा चौक से भारी वाहनों की आवाजाही होती है। इसे देखते हुए इस चौक पर कंक्रीट एवं सरिया की मोटी ढलाई करके रोड बनाया जाए।

साहब कभी-कभी मुर्गा चौक से भी आया कीजिए

बैठक में यूनियन नेताओं ने कहा कि डायरेक्टर बंगले से निकलकर सभी बड़े अधिकारी बोरिया गेट वाली रोड से होते हुए इस्पात भवन पहुंच जाते हैं। इसलिए उन्हें मुर्गा चौक एवं खुर्सीपार गेट के गड्ढे नहीं दिखाई देते हैं।

यूनियन नेता डायरेक्टर इंचार्ज व ईडी को सुझाव देंगे कि वे कभी-कभी सेंट्रल एवेन्यू से भी आया जाया करें, ताकि उन्हें मुर्गा चौक एवं सेंट्रल एवेन्यू की परेशानियां भी दिख सके। जब उनके मातहत अधिकारी जमीनी हकीकत से अवगत नहीं कराएंगे तो उन्हें खुद ही आना चाहिए।

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कलाकृतियों का मुआयना करते हैं सड़कों का नहीं

बैठक में यूनियन नेताओं ने कहा कि इस्पात भवन के सामने की कलाकृतियों का मुआयना करने बड़े अधिकारी लगातार आते हैं। लेकिन मात्र 600 मीटर दूर मुर्गा चौक पर बने गड्ढों को देखने कोई नहीं आता है। यही कारण है कि बड़े अधिकारियों को जमीनी हकीकत का पता नहीं चलती।

बोरिया गेट पर अभी भी खड़े रहते हैं भारी वाहन
बैठक में यूनियन नेताओं ने कहा कि प्रबंधन के लगातार प्रयास के बाद भी बोरिया गेट के सामने सड़क पर ही भारी वाहन लगातार खड़े रहते हैं, जिससे ड्यूटी आने जाने वालों को परेशानी होती है। इस समस्या से कर्मचारियों को अभी तक छुटकारा नहीं मिल पाया है।

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सुंदरता बढ़ाने में कितना खर्च हुआ एवं सड़क बनाने में कितना होगा खर्च, पूछेगा यूनियन

बैठक में यूनियन नेताओं ने कहा कि हम सुंदरता बढ़ाने के विरोधी नहीं है। लेकिन कर्मचारियों की सुरक्षा को पहली प्राथमिकता में रखी जानी चाहिए।
प्रबंधन के साथ होने वाली अगली बैठक में यह पूछा जाएगा कि इस्पात भवन के सामने सुंदरता बढ़ाने के लिए कितना खर्च हुआ एवं मुर्गा चौक पर सड़क बनाने में कितना खर्च लगेगा, क्योंकि टाउनशिप के अधिकारियों का कहना है कि सड़क बनाने के लिए प्रबंधन फंड नहीं दे रहा है।

बैठक में इंटक से वंश बहादुर सिंह, पूरन वर्मा, सीटू से जगन्नाथ त्रिवेदी, केवेंद्र सुंदर, एटक से विनोद कुमार सोनी, एचएमएस से हरिराम यादव, प्रमोद मिश्रा, एक्टू से बृजेंद्र तिवारी व लोईमू से सुरेंद्र मोहंती शामिल थे।