- एमएसएमई उद्योगों के समक्ष आ रही चुनौतियों की पहचान करने इंदौर में जोनल स्तर पर कार्यशाला।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। एमएसएमई उद्योगों के समक्ष आ रही चुनौतियों की पहचान करने और लागत कम करने के उद्देश्य से विजयनगर, इंदौर में जोनल स्तर पर कार्यशाला हुई। इस कार्यशाला में भाग लेने छत्तीसगढ़ से जाने वाले प्रतिनिधि मंडल में बीएसपी एंसिलरी इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष रतन दासगुप्ता भी शामिल हुए।
कार्यशाला से लौट कर आए एंसिलरी एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री दासगुप्ता ने बताया कि सूक्ष्म,लघु एवं मध्यम उद्योग एमएसएमई मंत्रालय द्वारा एमएसएमई उद्योगों के लिए नई पॉलिसी बनाई जा रही है। फरवरी माह में आने वाले बजट में इस नई पॉलिसी को रखा जाएगा।
इसी संदर्भ में विभिन्न स्तर पर इस कार्यशाला का आयोजन हो रहा है। एक माह पूर्व 30 अक्टूबर को राजधानी रायपुर में रीजनल स्तर पर यह कार्यशाला हुई।पश्चात जोनल स्तर पर इंदौर में इसका आयोजन किया गया।
रतन दास गुप्ता ने बताया कि दिसंबर माह के आखिरी सप्ताह में नेशनल स्तर पर यह कार्यशाला दिल्ली में आयोजित की जाएगी। श्री दास गुप्ता ने बताया कि कार्यशाला में एमएसएमई दिल्ली के एडिशनल डेवलप कमिश्नर सुधा केशरी, एमएसएमई छत्तीसगढ़ के ज्वाइंट डायरेक्टर एवं हेड लोकेश परघनिया, उद्योग विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर संजय गजबाटे, छत्तीसगढ़ वायर ड्राइंग एसोसिएशन के महासचिव अतुल गर्ग भी उपस्थित हुए।
उन्होंने बताया कि एमएसएमई उद्योगों के सामने जो चुनौतियां हैं, जो समस्याएं आ रही हैं उनसे कैसे निपटा जाए? समस्याओं का निराकरण किस तरह किया जाए? ताकि एमएसएमई उद्योगों की प्रगति में आ रही रुकावटें खत्म हो। एमएसएमई उद्योगों का तेजी से विकास हो ताकि रोजगार के अवसर तेजी से बढ़े। कार्यशाला में कई गंभीर मुद्दों पर गहन विचार विमर्श हुआ।
















