पब्लिक सेक्टर यूनिट में ओएनजीसी से शुरू होगी नई परंपरा, चेयरमैन तक बन सकेगा निजी कंपनी का एक्सपर्ट, सेल भी आएगा दायरे में
निजी कंपनियों से आने वाले एक्सपर्ट की तरफ से पैकेज का एलाउंस करने की मांग की जा रही। अब तक पैकेज की घोषणा नहीं हो सकी है। सबकुछ सही रहा तो बोर्ड स्तर के लिए अलग से पैकेज बनाया जा सकता है।
अज़मत अली, भिलाई। पब्लिक सेक्टर यूनिट के चेयरमैन सहित बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के रूप में निजी कंपनियों के एक्सपर्ट के लिए द्वार खोलने की तैयारी है। इसकी शुरुआत ऑयल एंड नेचुरल गैस कारपोरेशन लिमिटेड-ओएनजीसी के चेयरमैन कम मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में हो सकती है। ओएनजीसी मामलों के जानकारों का कहना है कि नई व्यवस्था को लागू करने की दिशा में सरकार काम कर रही है। इसलिए पूरी उम्मीद है कि प्रावधानों में बदलाव कर निजी कंपनियों के अनुभवी लोगों को भी इंटरव्यू में बैठने का मौका मिल जाएगा।
ओएनजीसी में यह फॉर्मूला लागू किया गया तो स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल सहित अन्य पब्लिक सेक्टर यूनिटों में भी बदलाव देखने को मिलेगा। सूत्रों का कहना है कि ओएनजीसी में कोई योग्य नहीं मिलने का मामला तूल पकड़ा था। निजी कंपनियों से आने वाले एक्सपर्ट की तरफ से पैकेज का एलाउंस करने की मांग की जा रही। अब तक पैकेज की घोषणा नहीं हो सकी है। सबकुछ सही रहा तो बोर्ड स्तर के लिए अलग से पैकेज बनाया जा सकता है। फिलहाल, इस फॉर्मूले को लेकर अधिकारिक घोषणा का इंतजार किया जा रहा है।
लोक उद्यम चयन बोर्ड-पब्लिक इंटरप्राइजेज सेलेक्शन बोर्ड ने पिछले साल ऑयल एंड नेचुरल गैस कारपोरेशन लिमिटेड-ओएनजीसी के चेयरमैन कम मैनेजिंग डायरेक्टर के पद के लिए इंटरव्यू लिया था। ओएनजीसी सहित पब्लिक सेक्टर के 9 अधिकारियों ने इंटरव्यू में हिस्सा लिया था। कठिन प्रक्रिया से गुजरने के बाद भी इंटरव्यू में किसी का चयन नहीं हो सका था। चेयरमैन की कुर्सी पर बैठने की ख्वाहिश लिए अधिकारियों ने इंटरव्यू दिया, पर चयन बोर्ड को कोई भी योग्य उम्मीदवार नहीं मिला।
चयन बोर्ड के सवालों का सामना ओएनजीसी के डायरेक्टर फाइनेंस पोमिला जसपाल, ओएनजीसी के डायरेक्टर टेक्नोलॉजी एंड एफएस ओम प्रकाश सिंह, ओएनजीसी के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर संदीप गुप्ता, एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर आनंद गुप्ता, एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर ओमकार नाथ ज्ञानी, कंटेनरल कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड-कॉनकोर के डायरेक्टर फाइनेंस मनोज कुमार दुबे, इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस से प्रींसिपल सेक्रेटरी नीरज वर्मा और अविनाश जोशी ने किया था।
खास यह कि इंटरव्यू में ओएनजीसी सहित पब्लिक सेक्टर यूनिट के अधिकारी व आइएएस भी शामिल हुए, लेकिन चेयरमैन की कुर्सी के लायक कोई नहीं पाया गया। चयन बोर्ड ने अपनी टिप्पणी में लिखा था कि ऑयल एंड नेचुरल गैस कारपोरेशन लिमिटेड के रणनीतिक महत्व, विज़न और बेहतर भविष्य को देखते हुए बोर्ड ने किसी भी उम्मीदवार के नाम पर सहमति नहीं जताई है।