आरएमडी टूटने के बाद झारखंड ग्रुप ऑफ माइंस की पहली बैठक बोकारो में 6 से, खदान-समस्याओं का होगा पोस्टमार्टम, कर्मचारी Vs अधिकारी पर होगी चर्चा
सूचनाजी न्यूज, बोकारो। आरएमडी टूटने के बाद झारखंड ग्रुप ऑफ माइंस की पहली बैठक बोकारो स्टील प्लांट में होने जा रही है। किरूबुरु, मेघातुबुरु, गुआ, मनोहरपुर माइंस-चिड़िया के सभी ट्रेड यूनियन और आफिसर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ प्रबंधन की अलग-अलग मीटिंग तय कर दी गई है। तीन दिनों तक खदानों के मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। कर्मचारियों की तरफ से दासा, अस्पताल और अन्य बुनियादी सुविधाओं पर चर्चा होगी।
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साथ ही बोकारो निवास के बजाय होटलों में ठहराने पर भी सवाल उठाया जाएगा। अधिकारियों को बोकारो निवास में ठहराया जा रहा है, वहीं कर्मचारियों को होटलों में रात गुजारनी होगी, जिसका पेमेंट कंपनी करेगी। यूनियन नेताओं का कहना है कि कंपनी का बोकारो निवास होने के बावजूद फिजूल खर्च पर मीटिंग में जरूर चर्चा की जाएगी। यूनियन नेताओं के साथ भेदभाव का मुद्दा उठाया जाएगा।
छह से आठ जुलाई तक बैठकों का दौर चलेगा। पहली मीटिंग किरुबुरू के साथ और दूसरी मेघातुबुरु के साथ होगी। आरएमडी-रॉ मेटेरियल डिविजन टूटने के बाद झारखंड ग्रुप ऑफ माइंस की पहली बैठक में ईडी पर्सनल सभी यूनियन नेताओं के साथ चर्चा करेंगे। सभी माइंस के एचओडी भी शामिल होंगे। आफिसर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ ही सभी माइंस के कार्मिक और प्रशासनिक अधिकारियों को बुलाया गया है। क्षेत्रीय समस्याओं पर चर्चा की जाएगी।
आरएमडी टूटने के बाद अस्पताल की समस्या को लेकर कर्मचारी काफी परेशान हैं। झारखंड ग्रुप ऑफ माइंस में दासा को दस के बजाय 8 प्रतिशत कर दिया गया है, जिस पर प्रबंधन को घेरा जाएगा। साथ ही 19 जुलाई को होने वाली एनजेसीएस बैठक में माइंस का भी प्रतिनिधित्व देने की मांग की जाएगी। बैठक में इंटक, एटक, बीएमएस, सीटू, एचएमएस के अलावा झारखंड मजदूर संघर्ष संघ, जेएमएम के दोनों ग्रुप को बुलाया गया है। इंटक रेड्डी और ददई दुबे गुट को बुलाया गया है।