बीएसपी वर्कर्स यूनियन के खुले मंच पर एनजेसीएस यूनियनों पर चला वार, सेल कर्मियों के अहित में हुए फैसलों को बताया बिंदुवार
अध्यक्ष उज्जवल दत्ता ने कहा कि आज भिलाई इस्पात संयंत्र के कर्मियों को आर्थिक समस्याओं के साथ-साथ सामाजिक समस्या से भी जूझना पड़ रहा है।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। बीएसपी वर्कर्स यूनियन (बीडब्ल्यूयू) नॉन-एनजेसीएस फोरम ने भिलाई इस्पात संयंत्र के समस्याओं से जूझ रहे कर्मियों से खुले मंच पर चर्चा की। कार्यक्रम की शुरुआत में यूनियन के सचिव शमशुल जमा द्वारा वंदेमातरम गायन से किया गया। खुले मंच पर सभी कर्मचारियों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए। कर्मियों ने कहा कि इस बार संयंत्र में होने वाले चुनाव में परिवर्तन करेंगे। अब की बार कर्मी नॉन- एनजेसीएस यूनियन बीएसपी वर्कर्स यूनियन को मौका देंगे, तभी संयंत्र कर्मियों की जायज मांगे पूरी हो पाएंगी। साठ साल से एनजेसीएस यूनियनों ने कर्मियों के अहित में बहुत सारे फैसले किए है, जिस पर रोक लगाने अब नॉन-एनजेसीएस यूनियन बीएसपी वर्कर्स यूनियन को संयंत्र कर्मी जिताएंगे।
अध्यक्ष उज्जवल दत्ता ने कहा कि आज भिलाई इस्पात संयंत्र के कर्मियों को आर्थिक समस्याओं के साथ-साथ सामाजिक समस्या से भी जूझना पड़ रहा है। ग्रेच्युटी सिलिग और 39 महीने के एरियर की मार झेल रहा संयंत्र कर्मी आज चारों तरफ से ठगा जा रहा है। उसके पास कार्यस्थल पर न शौचालय की व्यवस्था है, न कैंटीन है। न ही रेस्ट रूम है…। यहां तक की अस्पतालों में डॉक्टर तक नही हैं, जिस कारण सही इलाज नहीं होने से कर्मियों की मौत तक हो जा रही है। स्कूल भी बंद कर दिए जा रहे। कर्मियों को महंगे स्कूल में अपने बच्चों को पढ़ाना पड़ रहा है। दिनों दिन आवासों के हालत जर्जर होते जा रहे है। कर्मियों को टूटे मकानों में रहना पड़ रहा है।
मुख्य अतिथि पार्षद वशिष्ठ नारायण मिश्रा ने कहा कि एक समय में भिलाई की पहचान ट्रेड यूनियन से थी, पर अब यूनियन की ऐसी सशक्त छवि नहीं रही है, जिसका खामियाजा कर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा है। आज जरूरत है भिलाई इस्पात संयंत्र के कर्मियों के सावभिमान की रक्षा करने की। हमें बताना पड़ेगा कि कर्मियों को मिलने वाली सुविधा उनका अधिकार है प्रबंधन का एहसान नहीं है। आज की स्थिति में कर्मचारियों को अपने जायज हक भी नहीं मिल रहे हैं, परंतु बीएसपी कर्मचारियों के अधिकारों के रक्षा के लिए बीएसपी वर्कर्स यूनियन का प्रयास सराहनीय है।

वरिष्ट सचिव लक्ष्मीनारायण साहू ने बताया कि बीएसपी वर्कर्स यूनियन ने श्रमिक आंदोलन के साथ ही सामाजिक कार्यों से भी अपनी पहचान बनाई है। आज बीएसपी के कर्मचारी आर्थिक और सामाजिक समस्याओं से जूझ रहे हैं। ऐसे में कर्मियों के अधिकारों के लिए मात्र बीएसपी वर्कर्स यूनियन ही लगातार संघर्षरत है,जिस कारण बीएसपी वर्कर्स यूनियन को संयंत्र कर्मियों का लगातार समर्थन मिल रहा है।
कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले कर्मियों को यूनियन के महा सचिव खूबचंद वर्मा,उपाध्यक्ष अमित बर्मन, उप महासचिव सुरेश सिंह, अतरिक्त महासचिव दिल्लेश्वर राव, एस गिरीश, सहायक महासचिव विमल पांडे, सुभाष महाराणा, मंगेश हरदास, उपाध्यक्ष जितेंद्र पांडे, वरिष्ट सचिव प्रदीप सिंह, संदीप सिंह, मनोज डडसेना, सचिव संजय गिरी ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन यूनियन के कार्यकारी महासचिव शिव बहादुर सिंह ने किया।
