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पिछली हड़ताल से पहले SAIL प्रबंधन ने की थी 6 दिन तक वर्चुअल बैठक, अबकी क्यों नहीं…

पिछली हड़ताल से पहले SAIL प्रबंधन ने की थी 6 दिन तक वर्चुअल बैठक, अबकी क्यों नहीं…
  • संयुक्त ट्रेड यूनियन सेक्टर 4 बोरिया मार्केट में सभा  कर कर्मचारियों के बीच पर्चा बाँटते हुए अपील किया कि 29 एवं 30 जनवरी के हड़ताल को सफल बनाएं।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल प्रबंधन (SAIL Management) के खिलाफ दो दिवसीय हड़ताल की तैयारी में यूनियनें जुटी हुई हैं। 84 महीना बीत जाने के बाद भी सेल प्रबंधन (SAIL Management) द्वारा वेतन समझौता को पूर्ण करने के बजाय लेट लतीफी करने का रास्ता अपनाते हुए बैठक को ना बुलाने एवं वेतन समझौता को पूर्ण न करने के खिलाफ 29 एवं 30 जनवरी 2024 को 2 दिन का औद्योगिक हड़ताल का आह्वान किया गया है।

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इस हड़ताल का हर स्तर पर प्रचार जारी है, जिसके तहत आज संयुक्त ट्रेड यूनियन सेक्टर 4 (United Trade Union Sector 4) बोरिया मार्केट में सभा  कर कर्मचारियों के बीच पर्चा बाँटते हुए अपील किया कि 29 एवं 30 जनवरी के हड़ताल को सफल बनाएं।

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कर्मियों के हक पर हमला कर रहा है प्रबंधन

नुक्कड़ सभा में वक्ताओं ने कहा कि 39 माह का एरियर कर्मचारियों का हक है, क्योंकि वेतन समझौता के दौरान हुए एम ओ यू के अनुसार 1 जनवरी 2017 से 31 मार्च 2020 के बीच का बढ़ा हुआ बेसिक एवं महंगाई भत्ता का अंतर को एरियर के रूप में दिया जाना है। किंतु प्रबंधन सरकार के अफॉर्डेबिलिटी क्लाज का हवाला देते हुए घाटे के वर्षों का बढ़ा हुआ।

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वेतन न देने की बात कह कर एरियर को नहीं देने का रास्ता अपना रही है। ज्ञात हो कि यह दसवां वेतन समझौता है अभी तक हुए नौ वेतन समझौता में वेतन समझौता के बाद कर्मचारियों को पूरा एरियर दिया गया पहली बार कर्मियों के एरियर पर रोक लगाया जा रहा है। इसके खिलाफ पूरे सेल के कर्मचारी संघर्ष कर रहे हैं।

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प्रबंधन लगातार ले रहा है कर्मचारी विरोधी फैसले

संयुक्त यूनियन के नेताओं (joint union leaders) ने कहा कि वेतन समझौता की अवधि शुरू हुए 7 साल बीत जाने के बाद भी रात्रि पाली भत्ते का निराकरण नहीं किया गया है। 2014 जुलाई से हाउस रेंट अलाउंस का निराकरण नहीं करना, कर्मियों को 1970 से प्राप्त असीमित ग्रेच्युटी के अधिकार पर एक तरफ रोक लगाना, यूनियनों के विरोध करने के बावजूद प्रबंधन मनमर्जी तरीके से 23000 रुपया कर्मियों के खाते में बोनस के रूप में डाल देना, ठेका श्रमिकों के पूर्ण वेतन समझौता को दिल्ली के स्तर पर करने के लिए तैयार न होना आदि प्रबंधन के द्वारा लिए जा रहे कर्मचारी विरोधी फैसले हैं। इसके खिलाफ कर्मचारी लगातार लामबंद हो रहे हैं।

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प्रबंधन चाहे तो लगातार बैठक कर पूर्ण कर सकता है वेतन समझौता

यूनियन लगातार बैठक कर वेतन समझौता को संपन्न करने की बात कई बार प्रबंधन के सामने रख चुकी है। किंतु प्रबंधन ऐसा करने के लिए तैयार नहीं है। ज्ञात हो कि  30 जून की हड़ताल के पहले प्रबंधन ने केवल 22 जून को 1 दिन के लिए वर्चुअल बैठक बुलाया था। किंतु लगातार 27 जून तक 6 दिन वर्चुअल बैठक किया। इससे स्पष्ट है कि प्रबंधन चाहे तो लगातार बैठक बुलाकर वेतन समझौता को पूर्ण कर सकता है। किंतु जानबूझकर देरी करने की चालबाजी कर रहा है, जिसे कर्मी अच्छे से समझने लगे हैं।

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