अग्निपथ योजना के खिलाफ धधक रहा भिलाई, प्रदर्शनकारियों ने कहा-राष्ट्रविरोधी, युवा विरोधी योजना को वापस ले सरकार
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर देशभर में वामपंथी पार्टियों ने प्रदर्शन किया। अग्निपथ योजना के खिलाफ भिलाई में भी चिंगारी धधक रही है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि केंद्र सरकार की राष्ट्र विरोधी युवा विरोधी अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग जारी रहेगी। भिलाई में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी लेनिनवादी लिबरेशन, छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच, सीटू, एटक, एक्टू ने जेपी चौक सेक्टर-6 में प्रदर्शन कर सभा की। शांत कुमार, सीआर बक्शी, राजकुमार गुप्ता, एसपी डे, अशोक मिरी, विनोद कुमार सोनी, श्याम लाल साहू, डीवीएस रेड्डी ने संबोधित किया।
रोजगार की गुणवत्ता कम होगी इस योजना से
वामपंथी नेताओं ने कहा है कि अग्निपथ योजना रोजगार की गुणवत्ता को कम करने के लिए डिज़ाइन की गई है। देश के सशस्त्र बलों में निश्चित अवधि के अनुबंध के माध्यम से, वह भी बिना किसी पेंशन लाभ के व सेवानिवृत्ति के बाद बिना किसी चिकित्सा और अन्य सामाजिक सुरक्षा के युवाओं को सेना में भर्ती करने की यह योजना युवाओं के साथ भद्दा मजाक है।
कई सेवानिवृत्त सैन्य कमांडरों ने दी है खतरे की चेतावनी
वक्ताओं ने कहा कि इससे वह युवा भी प्रभावित हुए हैं जो सैन्य चयन परीक्षा दे चुके हैं और जो स्थिर रोजगार की तलाश में हैं। इस तरह की एक संदिग्ध रूप से डिजाइन की गई योजना देश के सशस्त्र बलों में रोजगार की गुणवत्ता को गंभीर रूप से खराब कर रही है, देश की सुरक्षा और लड़ाकू तैयारियों के लिए हानिकारक और विनाशकारी होगी, साथ ही साथ हमारे सैनिकों के मनोबल और दृढ़ संकल्प पर भी उल्टा प्रभाव पड़ेगा। सैन्य प्रतिष्ठान को गहराई से जानने वाले सेवानिवृत्त सैन्य कमांडरों ने चेतावनी दी है कि एक तरफ अग्निपथ सैन्य प्रतिष्ठान को कमजोर करेगा और दूसरी तरफ, बड़े पैमाने पर समाज को खतरे में डाल देगा, जब सड़कों पर बेरोजगार और बिना पेंशन के अग्निवीर दर-दर भटक रहे होंगे!
अग्निपथ योजना विनाशकारी परिणामों के साथ राष्ट्र को अनिश्चितता की तरफ ले जाने का कदम
शांत कुमार ने कहा कि पिछले आठ वर्षों में केंद्र सरकार की नीतियों ने आम लोगों को बहुत कष्टों में डाल दिया है। इसका परिणाम अमीर और गरीब के बीच एक निरंतर चौड़ी खाई, असहनीय मूल्य वृद्धि, हर समय उच्च बेरोजगारी और सरकार द्वारा स्वयं का उपयोग करके स्पष्ट अराजकता के बढ़ते जाने में निकला है। विरोधियों के खिलाफ बुलडोजर जैसे कार्यों से सरकार द्वारा संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। अग्निपथ योजना विनाशकारी परिणामों के साथ राष्ट्र को अनिश्चित भविष्य में ले जाने का एक और कदम है। यह भाजपा के अति देशभक्त होने के बार-बार किए गए दावे को झूठलाता है, जब वे उन लोगों के लिए पेंशन और सामाजिक सुरक्षा को खत्म करने की कोशिश करते हैं जो हमारे देश की सीमाओं की रक्षा करते हैं और जब भी आवश्यकता होती है, बहादुरी से लड़ते हैं, अपनी जान की बाजी लगाते हैं।

चर्चा तक नहीं हुई संसद अथवा रक्षा मामलों की स्थाई समिति में
विनोद कुमार सोनी बोले-यह हैरानी की बात है कि इतने बड़े और दूरगामी बदलावों की घोषणा करने से पहले सरकार ने किसी न्यूनतम प्रक्रिया का भी पालन नहीं किया। नई भर्ती की प्रक्रिया का कोई “पायलट” प्रयोग कहीं नहीं किया गया। संसद के दोनों सदनों या संसद की रक्षा मामलों की स्थाई समिति के सामने इन प्रस्तावों पर कोई चर्चा नहीं हुई। इस योजना से प्रभावित होने वाले स्टेकहोल्डर (भर्ती के आकांक्षी युवा, सेवारत जवान और अफसर, सघन भर्ती के इलाकों के जनप्रतिनिधि और साधारण जनता) के साथ कभी कहीं कोई विचार-विमर्श नहीं किया गया। उलटे, पिछले कुछ वर्षों में सरकार ने वर्तमान रेजिमेंट भर्ती व्यवस्था को बनाए रखने और सेवानिवृत्त की आयु को बढ़ाने जैसे फैसले लिए है।
आंदोलनकारियों के समर्थन में आए समाज के विभिन्न वर्ग
वाम नेता डीवीएस रेड्डी ने कहा कि आंदोलनकारी युवाओं के समर्थन में समाज के विभिन्न वर्ग सामने आए हैं। अब संयुक्त किसान मोर्चा ने भी 24 जून को राष्ट्रव्यापी विरोध दिवस के रूप में मनाने का आह्वान किया है। जिसके तहत केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और श्रमिक संघों का मंच सहित विभिन्न वामपंथी पार्टियां छात्र युवा मोर्चा इस राष्ट्रव्यापी विरोध का समर्थन कर रहा है।