Bhilai steel plant Accident: तहखाने में भरी थी आक्सीजन, चिंगारी से जला रंजीत का मोजा, फिर झुलसे 4 मजदूर, घायलों का बयान पढ़ें Suchnaji.com में, इन 3 अधिकारियों पर गंभीर आरोप

  • 20 प्रतिशत झुलसे राजू और 40 प्रतिशत झुलसे मजदूर रमेश का बयान लिया। इसके बाद सच्चाई सामने आई और लापरवाही की पुष्टि भी हो गई है।

अज़मत अली, भिलाई। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (Steel Authority Of India Limited) के भिलाई स्टील प्लांट हादसे में बाल-बाल बचे पांचवें मजदूर इंद्रजीत ने साइट रिक्रिएशन किया। लेकिन हादसे का सही कारण पता नहीं चल सका। हादसे के पहले ही वह पेशाब के लिए टनल से बाहर निकल चुका था। इसके बाद घायलों का बयान लेने के लिए डिप्टी डायरेक्टर हेल्थ एंड सेफ्टी आशुतोष पांडेय सेक्टर-9 हॉस्पिटल के बर्न वार्ड पहुंचे। 20 प्रतिशत झुलसे राजू और 40 प्रतिशत झुलसे मजदूर रमेश का बयान लिया। इसके बाद सच्चाई सामने आई और लापरवाही की पुष्टि भी हो गई है। इस आधार पर तीन लोगों को आरोपित बनाया जा रहा है।

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घायलों ने छत्तीसगढ़ सरकार के अधिकारी को ये भी लिखित बयान दिया

-जिस स्थान पर कार्य चल रहा था वह कंफाइंड स्पेस है। बाहर की हवा का इंतजाम नहीं था।
-27-28 अप्रैल से कैपिटल कांटीनुअस कास्टिंग शॉप के कास्टर 6 में शुरू होना था, लेकिन कार्य 23 अप्रैल से ही शुरू कर दिया गया था।
-वाटर कैनाल रूम भूतल से 15 फीट नीचे है, जहां काम चल रहा था। हाइट 2 मीटर और 15 मीटर लंबा है। रेलवे बोगी की तरह है। कंफाइंड स्पेस है। यहां खिड़की दरवाजा नहीं है।
-वैंटीलेशन की व्यवस्था करनी होती है ताकि वर्क कंडीशन बेहतर हो। 24 वोल्ट की बैटरी का उपयोग करना है। इससे स्पार्किंग नहीं होता है।
-ठेका मजदूरों को कहा गया कि आक्सीजन पाइप को कनेक्ट कर लो। परसों और कल काम किया तो कोई हादसा नहीं हुआ। 26 अप्रैल को सेकंड हाफ के बाद जब आक्सीजन कमरे में भर गई। शत-प्रतिशत पहुंचने पर इसने रूप दिखाया।
-वेल्डिंग से चिंगारी निकली। स्पार्किंग से पहली आग रंजीत के मोजे में लगी। इन तीनों ने आग बुझाने का प्रयास किया। आक्सीजन फैल चुका था। जिसने-जिसने छुआ और आग की चपेट में चारों आ गए।
-जान बचाने के लिए चीखते-चिल्लाते हुए बाहर की तरफ भागे और बचाव कार्य शुरू हो गया है।

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इन 3 अधिकारियों पर लग रहा सीधा आरोप

फैक्ट्री मैनेजर: आरोप है कि खतरनाक कार्यस्थल पर सुरक्षा मापदंड का पालन क्यों नहीं कराया गया।
सीजीएम मेंटनेंस: आरोप है कि 27 अप्रैल से कैपिटल रिपेयर शुरू होना था तो पहले काम क्यों कराया। किसका दबाव था।
साइट इंजीनियर: मजदूरों ने बयान में बताया कि साइट मैनेजर ने आक्सीजन लाइन लाने को कहा। जब कि वह जानता था कि यहां खतरनाक हो सकता है, फिर क्यों कहा।

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