भिलाई इस्पात संयंत्र के राजहरा माइंस एवं भिलाई इस्पात संयंत्र में कार्य करने वाले बड़ी कंपनियों की तरह सभी ठेका कर्मचारियों को 21 हजार रुपया प्रतिमाह वेतन देने की मांग की गई है।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट के ठेका मजदूरों को संगठित करने की मुहिम तेज कर दी गई है। स्टील ठेका श्रमिक यूनियन इंटक द्वारा भिलाई इस्पात संयंत्र के ठेका श्रमिकों को संगठित करते हुए सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है। स्टोर एवं कोक ओवन के 200 श्रमिकों ने सदस्यता ग्रहण की।
इंटक यूनियन के द्वारा ठेका श्रमिकों की समस्याओं का निराकरण एवं श्रमिकों की आवाज एवं उसकी मांगों और उनको न्याय दिलाने के लिए कर रहे कार्यों से प्रभावित होकर भिलाई इस्पात संयंत्र के स्टोर विभाग, कोक ओवन विभाग के श्रमिकों ने अपनी समस्याए रखी। भिलाई इस्पात संयंत्र के राजहरा माइंस एवं भिलाई इस्पात संयंत्र में कार्य करने वाले बड़ी कंपनियों की तरह सभी ठेका कर्मचारियों को 21 हजार रुपया प्रतिमाह वेतन देने की मांग की गई है।
माइंस की तरह भिलाई इस्पात संयंत्र में सभी श्रमिकों को मिले सुविधाएं
कोक ओवन के श्रमिकों ने कहा बैटरी एवं सीसीडी जैसे विभागों में गर्म एवं केमिकल के बीच तीनों शिफ्ट में कार्य करने के उपरांत प्रबंधन सिर्फ न्यूनतम वेतन देता है। वह भी पूर्ण रूप से नहीं मिलता एवं राजहरा माइंस की तरह एडब्ल्यूए, साइकिल एलाउंस, आवास भत्ता, इंसेंटिव, कैंटीन एलाउंस एवं बीएसपी स्कूलों में भर्ती में ठेका श्रमिकों के बच्चों को प्राथमिकता मिलनी चाहिए।
स्टील ठेका श्रमिक यूनियन के अध्यक्ष संजय साहू ने कहा कि भिलाई इस्पात संयंत्र में कार्य करने वाले सभी ठेका श्रमिकों को 21 हजार रुपए प्रतिमाह एवं सभी ठेका श्रमिकों को रात्रि पाली भत्ता एवं 15 लाख का सामूहिक दुर्घटना बीमा करवाने के लिए लगातार प्रबंधन से चर्चा की जा रही है। भिलाई इस्पात संयंत्र के श्रमिकों को संगठित कर उनके लिए इंटक यूनियन प्रयासरत है।
सदस्यता अभियान में सीपी वर्मा, दीनानाथ सिंह सार्वा, गुलाब दास, आर दिनेश, जसवीर सिंह, गुरुदेव साहू, नारायण, दामन लाल नारायण साहू, ज्ञानेश्वर राठौर, कृष्णा राव, अशोक साहू उपस्थित थे।