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Bhilai Township: 5 में से 4 ठेकेदार काम छोड़कर भागे, हर तरफ पसरा कचरा, ट्रैक्टर प्रथा होगी बंद, ई-रिक्शा से उठेगा Garbage

Bhilai Township: 5 में से 4 ठेकेदार काम छोड़कर भागे, हर तरफ पसरा कचरा, ट्रैक्टर प्रथा होगी बंद, ई-रिक्शा से उठेगा Garbage
  • टेंडर कम रेट में होने के नाम पर चार ठेकेदारों ने काम करने से इन्कार कर दिया और मात्र एक ठेकेदार ही काम कर रहा है, जिस कारण सफाई कार्य को तेजी से करने में दिक्कत आ रही है।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई टाउनशिप में साफ-सफाई की व्यवस्था पटरी से उतर चुकी है। लगातार गंदगी की समस्या से हर कोई परेशान है। रिसाली-रुआबांधा क्षेत्र सहित टाउनशिप के हर सेक्टर में गंदगी पसरी हुई ह। त्रस्त संयंत्र कर्मियों की समस्या को लेकर बीएसपी वर्कर्स (BWU) यूनियन का प्रतिनिधि मंडल उप महाप्रबंधक हॉर्टिकल्चर के पास पहुंचा। यूनियन का एक प्रतिनिधि मंडल यूनियन के अध्यक्ष उज्जवल दत्ता के नेतृत्व में साफ सफाई प्रभारी उप महाप्रबंधक उद्यानिकी डॉक्टर एनके. जैन से भेंट किया।

टाउनशिप में साफ-सफाई न होने और कचरा गाड़ी नियमित न आने से टाउनशिप में होने वाले परेशानियों पर चर्चा की। जिस पर उप महाप्रबंधक डॉक्टर एन. के. जैन ने जानकारी दी कि भिलाई इस्पात संयंत्र में कचरा उठाने के लिए पांच ठेकेदारों को काम सौंपा गया है। टेंडर कम रेट में होने के नाम पर चार ठेकेदारों ने काम करने से इन्कार कर दिया और मात्र एक ठेकेदार ही काम कर रहा है, जिस कारण सफाई कार्य को तेजी से करने में दिक्कत आ रही है।

जिस पर यूनियन ने इस समस्या का जल्द से जल्द निराकरण करने की मांग रखी। डाक्टर जैन ने जानकारी दी कि भिलाई इस्पात संयंत्र एक सरकारी उपक्रम है। इस कारण ऐसी स्थिति में पुनः टेंडर प्रक्रिया से गुजरने में समय लगता है। फिर भी पुनः टेंडर प्रक्रिया को जल्द से जल्द किया जा रहा है। उम्मीद है कि इसी माह के अंत तक प्रक्रिया पूर्ण कर नए ठेकेदार काम पर आ जाएंगे। और कार्य सुचारू रूप से होने लगेगा।

बैठक में यह भी जानकीर दी गई कि टाउनशिप में ट्रैक्टर प्रथा बंद की जाएगी। कचरा ई रिक्शा से निगम की तर्ज पर उठाया जाएगा। बीएसपी ने निर्णय लिया है कि अब ट्रैक्टर से कचरा उठाने की प्रक्रिया अब ई रिक्शा से की जाएगी, जिससे सरलता से कचरा उठाया जाए।

यूनियन ने मांग रखी कि कचरा उठाने की प्रक्रिया जल्द से जल्द सुचारू रूप से चालू करें। अन्यथा यूनियन को कर्मियों के स्वास्थ्य और असुविधा को देखते हुए उग्र आंदोलन करना पड़ेगा, जिसके लिए प्रबंधन जिम्मेदार होगी। प्रतिनिधि मंडल में यूनियन के अध्यक्ष उज्जवल दत्ता, सहायक महासचिव राजेश फिरंगी, सचिव धनजय गिरी, रवि शंकर सिंह आदि उपस्थित थे।