- बीएसपी के ठेका श्रमिकों का 10 लाख का बीमा।
- भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन एवं बीएसपी वर्क्स कॉन्टैक्टरस एंड वेलफेयर एसोसिएशन के माध्यम से इंडियन पोस्टल बैंक एवं बजाज फाइनेंस के साथ बीमा के लिए करार किया गया।
- मजदूरों को चेक प्रदान किया गया।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। स्टील ठेका श्रमिक यूनियन इंटक (Steel Contract Workers Union INTUC) के कार्यकारी सदस्यों की बैठक हुई। भिलाई इस्पात संयंत्र में स्थाई प्रवृत्ति के कार्य करने वाले श्रमिकों की सुविधाओं में बढ़ोतरी के लिए चर्चा की गई।
अध्यक्ष संजय कुमार साहू ने बताया इंटक यूनियन ठेका श्रमिकों के लिए 15 लाख का दुर्घटना बीमा के लिए 2019 से प्रयासरत था। भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन द्वारा प्रक्रिया प्रारंभ किया गया था। आज बीएसपी के ठेका श्रमिकों का 10 लाख का बीमा भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन एवं बीएसपी वर्क्स कॉन्टैक्टरस एंड वेलफेयर एसोसिएशन के माध्यम से इंडियन पोस्टल बैंक एवं बजाज फाइनेंस के साथ बीमा के लिए करार किया गया एवं चेक प्रदान किया गया।
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स्टील ठेका श्रमिक यूनियन इंटक ने भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन एवं कांट्रैक्टर्स एसोसिएशन को इस सफल प्रयास के लिए धन्यवाद दिया।
उपाध्यक्ष सीपी वर्मा ने कहा कि तीनों शिफ्ट में कार्य करने वाले श्रमिकों जो रात्रि पाली में कार्य करते हैं। उन्हें रात्रि भत्ता एवं अन्य भत्ता दिया जाना चाहिए इसके लिए यूनियन लगातार प्रयास कर रही है।
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भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन को इसके लिए सकारात्मक पहल करनी चाहिए रात्रि भत्ता अन्य अलाउंस नहीं मिलने से श्रमिकों में काफी आक्रोश है जो कि कभी भी आंदोलन के रूप में प्रदर्शित हो सकती है।
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ठेका श्रमिकों को सभी गेट से आने-जाने की मिले सुविधा
उपाध्यक्ष मनोहर लाल ने कहा कि ठेका श्रमिकों की संयंत्र में बढ़ते सहभागिता को देखते हुए उनको भी सामाजिक सुरक्षा एवं सम्मान मिलना चाहिए भिलाई इस्पात संयंत्र के 70% उत्पादन एवं लाभार्जन में ठेका श्रमिकों का योगदान है।
लेकिन प्रबंधन द्वारा उसे दोयम दर्जे की नजर से देखते हैं उन्हें आवश्यक कार्य के लिए अन्य गेटों से संयंत्र के बाहर जाना पड़ता है। लेकिन सीआईएसएफ से निवेदन करने पर भी गेट से नहीं छोड़ा जाता और उन्हें अपमानित भी किया जाता है। यूनियन उच्च प्रबंधन को इस विषय पर कई बार अवगत कराया गया है। लेकिन प्रबंधन इस विषय पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
ठेका श्रमिकों ने बताया कि अधिकांश ठेका श्रमिकों को एडबल्यूए की राशि नहीं दिया जा रहा है। मांग करने पर ठेकेदार एवं उसके सुपरवाइजर द्वारा अभद्र व्यवहार किया जाता है।
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अध्यक्ष संजय साहू ने कहा कि ठेका श्रमिकों के साथ कोई भी दुर्व्यवहार करेगा उसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। रात्रि भत्ता एवं अन्य सुविधाएं एवं इंसेंटिव और बोनस की नई गणना के लिए उच्च प्रबंधन एवं सेल अध्यक्ष को अवगत कराया गया है। संयंत्र के गेटों की समस्या को लेकर उच्च प्रबंधन से चर्चा किया गया है। अगर प्रबंधन इन विषयों पर विचार नहीं करेगी तो यूनियन आंदोलन एवं हड़ताल के लिए बाध्य होगी।
बैठक में सीपी वर्मा, दीनानाथ सिंह, मनोहर लाल, आर दिनेश, रिखी राम साहू, गुरुदेव साहू, जसबीर सिंह, जयराम ध्रुव, डीपी खरे ,संतोष ठाकुर कान्हा, कुलेश्वर, दामन, नारायण साहू, सुरेश दास टंडन, रामू एवं कार्यकारिणी के सदस्य उपस्थित थे।