बीएमएस ने बढ़ाया हाथ, कर्मचारियों का मिल रहा साथ, हो रहा ब्रेनवॉश
अध्यक्ष आईपी मिश्रा ने बताया कि बीएमएस राष्ट्रीय विचारधारा वाली यूनियन है, जो देश हित उद्योग हित कर्मचारी हित के सिद्धांत पर चलती है। अन्याय हम किसी भी कीमत पर सहन नहीं कर सकते।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई इस्पात मजदूर संघ-बीएमएस के द्वारा पदाधिकारियों एवं बीएमएस की विचारधारा से जुड़े कर्मचारियों की एक मीटिंग यूनियन ऑफिस में हुई। लगभग 200 कर्मचारियों ने हिस्सा लिया। यूनियन का दावा है कि सबसे उत्साहजनक बात यह रही कि युवा कर्मचारी ने बड़ी संख्या में अपनी मौजूदगी दिखाई। चर्चा में महामंत्री रविशंकर सिंह ने सीधे संवाद किया। पिछली यूनियनों द्वारा किस प्रकार कर्मचारियों का नुकसान किया और बीएमएस के प्रयासों के बारे में जानकारी दी।
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इसी संदर्भ में चर्चा में शामिल यूआरएम के एक युवा कर्मी ने सभी को बताया की युवा कर्मचारियों ने 15/ 35/9 की एक मुहिम चलाई, जिसको बीएमएस के अलावा किसी की समझ में नहीं आया। बीएमएस के पदाधिकारियों के द्वारा ही इस मुहिम को समर्थन मिलना शुरू हुआ और प्रबंधन पर दबाव बना, जबकि कुछ यूनियनें तो अपना मेमोरेंडम भी नहीं दे पा रहे थे, जिसमें से एक प्रबंधन परस्त यूनियन ने तो साफ तौर पर 15/35/9 को नकार कर 10% एमजीबी तथा 20% पार्क्स पर हस्ताक्षर करने को तैयार बैठी थी।
यह तो युवा शक्ति और बीएमएस के पदाधिकारियों के संघर्ष से ही वेतन समझौता 13/26.5 तक पहुंचा, जिसे आज हम सभी को अधिकारियों के समान 15/35 तक ले जाना है।
युवा कर्मचारियों में आक्रोश इस बात का भी है कि एक यूनियन के इशारे पर किस प्रकार युवा शक्ति को कुचलने की कोशिश की गई है। 14 साथियों को सस्पेंड तथा ट्रांसफर करवाया गया है। आज समय आ गया है इस चुनाव में उनको जवाब देने का और जवाब निश्चित ही मिलेगा।
कार्यकारी अध्यक्ष चन्ना केशवलू ने वादा किया कि आप लोग यूनिटी बनाकर रखें और बीएमएस को 51% से मान्यता दिलाएं। पिछली यूनियनों के इशारे पर जिन साथियों का ट्रांसफर हुआ है वह सभी प्राथमिकता के आधार पर भिलाई वापस लाए जाएंगे। हमारा प्रयास अभी भी जारी है। हमारे केंद्रीय पदाधिकारी इस संबंध में लगातार चर्चा कर रहे हैं।

उन्होंने बताया कि 19 जुलाई को एनजेसीएस की मीटिंग से पहले हम लोग केंद्रीय इस्पात मंत्री से मुलाकात कर इस वेतन समझौते को एक ही बैठक में करने के लिए आग्रह करेंगे, क्योंकि अधिकारियों का वेतन समझौता पूर्ण हो चुका है। हम लोगों के अधूरे वेतन समझौते के कारण हजारों रुपए महीने का नुकसान हर कर्मचारी का हो रहा है। अध्यक्ष आईपी मिश्रा ने बताया कि बीएमएस राष्ट्रीय विचारधारा वाली यूनियन है, जो देश हित उद्योग हित कर्मचारी हित के सिद्धांत पर चलती है। अन्याय हम किसी भी कीमत पर सहन नहीं कर सकते। संगठन अपने कर्मचारियों के हितों के लिए हमेशा प्रतिबंध है। मीडिया प्रभारी अशोक कुमार माहौर ने बताया कि बैठक मे अध्यक्ष आईपी मिश्रा, कार्यकारी अध्यक्ष चन्ना केशवलू, महामंत्री रवि शंकर सिंह के अलावा बड़ी संख्या में पदाधिकारी कार्यकारिणी सदस्य तथा कर्मचारी शामिल थे।