बोकारो स्टील प्लांट के ठेका मजदूरों ने भरी हुंकार, कहा-हक लेकर रहेंगे अबकी बार
सूचनाजी न्यूज, बोकारो। बोकारो स्टील प्लांट के ठेका मजदूरों के शोषण के खिलाफ सोमवार को प्रदर्शन किया गया। बोकारो इस्पात कामगार यूनियन एटक के बैनर तले ठेका मजदूरों ने पास सेक्शन के सामने प्रदर्शन किया।
ठेका मजदूरों की मांग है कि उन्हें न्यूनतम वेतन 21000 रुपए किया जाए। जॉब की गारंटी दी जाए। ठेकेदार बदलें, लेकिन मजदूर वही रहें। मिनिमम वेज मांगने पर गेट पास छीने की प्रक्रिया पर रोक लगाई जाए। काम से बैठाए हुए मजदूरों को काम पर वापस लेने की मांग की गई।
बोकारो इस्पात कामगार यूनियन एटक के बैनर तले ठेका मजदूरों ने पास सेक्शन के सामने प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए यूनियन के महामंत्री रामाश्रय प्रसाद सिंह ने कहा कि सेल के प्लांटों को चलाने में ठेका मजदूर अपनी अहम भूमिका अदा कर रहे हैं। उत्पादन, उत्पादकता से लेकर अनुरक्षण के कामों में इनका अहम योगदान है। ऐसे में इन्हें मजदूरी के नाम पर शोषण करना कानून का उल्लंघन है।
इन गरीब ठेका मजदूरों को ठेकेदारों के जुल्म से बचाने के लिए सेल प्रबंधन को ठोस पहल करने की आवश्यकता है, जो सेल प्रबंधन की जिम्मेदारी है। एनजेसीएस सब-कमेटी की बैठकों में लगातार दो राउंड इस संदर्भ में बातचीत हुई है, लेकिन परिणाम अभी तक सामने नहीं आया।
इधर बोकारो स्टील प्लांट में आए दिन न्यूनतम वेतन मांगने पर गेटपास को हथियार बनाकर मजदूरों को काम से हटाने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। पुराने हटाए गए मजदूर अभी तक काम पर वापस नहीं हुए, जो काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। कुशल मजदूरों को काम से बैठाना और अकुशल मजदूरों से काम लेना सुरक्षा नियमों की अनदेखी दुर्घटना को दावत दे रही है।
प्लांट में आए दिन ऐसी दुर्घटनाएं सामने आ रही हैं। यूनियन की चेतावनी के बावजूद प्रबंधन अपने ज़िद में ठेका मजदूरों को बलि का बकरा बना रही है। इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता और अब प्लांट के अंदर और बाहर इन सवालों पर लगातार आंदोलन शुरू होगा।
प्रदर्शन करने वालों में मुख्य रूप से प्राण सिंह, पप्पू, आनंद, दिलीप, एसएस हुसैन, रमेश कुमार, शमसुद्दीन, मनोज कुमार, अरुण यादव, सहदेव, विजय, सुजीत, परितोष, रामेश्वर, जब्बार, संतोष, जगदीश, प्रफुल्ल, सत्येंद्र ,अशोक धर्मेंद्र आदि मौजूद रहे।