- नियमानुसार नई कार्यकारिणी की सूची जल्द से जल्द मनोनीत कर आईआर विभाग को भेजी जाएगी।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई सेल (SAIL) के (Bhilai Steel Plant) से बड़ी खबर आ रही है। मान्यता प्राप्त कर्मचारी यूनियन बीएमएस (BMS) ने कार्यकारिणी को ही भंग कर दिया है। इससे हड़कंप मचा हुआ है।
नई कार्यकारिणी में जगह किसको मिलेगी, अब यह देखने वाली बात है। फिलहाल, वर्तमान पदाधिकारियों के पास कोई पद नहीं रह गया है।
भिलाई इस्पात मज़दूर संघ के महामंत्री एवं ठेका प्रकोष्ठ के संयोजक चन्ना केशवलू ने ठेका श्रमिकों की समस्याओं के लिए मनोनीत भिलाई इस्पात संयंत्र में ठेका प्रकोष्ठ की कार्यकारिणी को तत्काल प्रभाव से भंग किया है।
विभिन्न विभागों में प्रभारियों की एवं सुरक्षा समिति को भी भंग किया गया। नियमानुसार नई कार्यकारिणी की सूची जल्द से जल्द मनोनीत कर आईआर विभाग को भेजी जाएगी।
इधर-टाउनशिप में दो टाइम पानी देने की मांग
भिलाई इस्पात मजदूर संघ के प्रतिनिधिमंडल की बैठक पिछले दिनों टाउनशिप महाप्रबंधक प्रभारी विष्णु पाठक, विजय शर्मा की उपस्थिति में टाउनशिप के अधिकारियों के साथ हुई। सबसे पहले महामंत्री चन्ना केशवलू ने टाउनशिप में दो टाईम पानी देने की मांग की।
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा भिलाई इस्पात संयंत्र टाउनशिप को बिजली बिल हाफ योजना का लाभ जल्द शुरू करने की मांग की, जिस पर प्रक्रिया शुरू होने की जानकारी दी गई। यूनियन द्वारा टाउनशिप में अवैध कब्जा रोकने हेतु शून्य अवैध कब्जा लक्ष्य प्राप्ति के संकल्प के लिए सभी कर्मचारियों को उनकी मांग के अनुसार एक से अधिक मकान आवंटित करने की मांग की।
इस पर महाप्रबंधक ने सैद्धांतिक सहमति दी। टाउनशिप के मकान में अवैध कब्जा रोकने हेतु इंक्वायरी ऑफिसर एवं जोनल अधिकारी की जिम्मेदारी तय करने की मांग किए एवं इंफोर्समेंट विभाग के साथ साप्ताहिक बैठक कर अवैध कब्जों की वास्तविक स्थिति की जानकारी उच्च प्रबंधन को देने की मांग की है।
कर्मचारी द्वारा आवास जमा करते समय इंक्वारी ऑफिस के प्रतिनिधि के अलावा विद्युत विभाग एवं इंफोर्समेंट के इंस्पेक्टर की उपस्थिति भी अनिवार्य करने की मांग की गई। टाउनशिप में रिटेंशन एवं लाइसेंसी आवास की संख्या बढ़ने के कारण नए कर्मचारियों को नीचे के एवं बड़े आवास नहीं मिल पा रहे हैं, उसके लिए पुराने तोड़े गए मकान की खाली जमीन पर 3 बीएचके सर्वसुविधा युक्त नई आवासीय कॉलोनी विकसित करने की मांग की गई। इस पर प्रस्ताव बनाकर स्वीकृति मांगने हेतु उच्च प्रबंधन को भेजने की जानकारी दी गई।