बीएसएल जनरल हॉस्पिटल के चीफ मेडिकल ऑफिसर बिभूति की पत्नी और दोनों बेटे भी हैं डाक्टर, कार्यभार संभालते ही सक्रिय
-डॉ. बिभूति ने मई 1997 में बीजीएच में बतौर मेडिकल ऑफिसर सेवा शुरू की।
-1997 से लगातार बीजीएच में अपनी सेवा देते आ रहे हैं।
-बीजीएच में चिकित्सा सेवा को बेहतर बनाने पर फोकस।
-डॉक्टर की कमी दूर की जाएगी और कर्मचारियों को और सुविधा देने का प्रयत्न।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल एससी-एसटी इम्प्लाइज फेडरेशन बोकारो यूनिट के प्रतिनिधिमंडल ने चीफ मेडिकल ऑफिसर से मुलाकात की। अध्यक्ष शम्भु कुमार के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने बोकारो जनरल अस्पताल के डॉ. बिभूति भूषण करुणामय को चीफ़ मेडिकल ऑफिसर, चिकित्सा एवं स्वास्थ सेवाएं का पदभार ग्रहण करने पर बधाई दी।
शम्भु कुमार ने बताया कि डॉ. बिभूति बहुत ही संघर्ष करके आज मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी के पद तक पहुंचे हैं। इनके पिता पूर्वी सिंघभूम के गालुडीह प्राथमिक विद्यालय के हेडमास्टर थे। डॉ. बिभूति घाटशिला कॉलेज से इंटर की पढ़ाई करने के पश्चात दरभंगा मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस किया और फिर पीएमसीएच पटना से पोस्ट ग्रेजुएशन किया।
डॉ. बिभूति ने मई 1997 में बीजीएच में बतौर मेडिकल ऑफिसर नियोजन प्राप्त किया और तभी से वह बीजीएच में अपनी सेवा देते आ रहे हैं। विदित हो कि डॉ. बिभूति के परिवार में सभी लोग डॉक्टर हैं। उनकी पत्नी झारखंड सरकार में सहायक सिविल सर्जन हैं और उनके दो बेटे भी डॉक्टर हैं।
डॉ. बिभूति ने कहा कि बीजीएच में चिकित्सा सेवा को बेहतर बनाया जाएगा। डॉक्टर की कमी दूर की जाएगी और कर्मचारियों को और सुविधा देने का प्रयत्न किया जाएगा। इस अवसर पर मुख्य रूप से फेडरेशन के अशोक प्रसाद-उपाध्यक्ष, सुनील किस्कु-महासचिव, राकेश कुमार उप कोषाध्यक्ष, एसएमएस-2/सीसीएस उपाध्यक्ष रणधीर कुमार मौजूद रहे।
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