BSP Officer Suicide Case: जिंदगी पर ही दांव, SAIL अधिकारियों में भारी तनाव, घटता मैनपॉवर, बढ़ता मीटिंग टाइम

  • बीएसपी अफसर ने सुसाइड नोट में लिखा-“भविष्य में आने वाले अत्याधिक कार्य दबाव में यह कदम उठा रहा हूं”।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) के 58 वर्षीय असिस्टेंट मैनेजर कृष्णकांत वर्मा ने सुसाइड नोट में जो कुछ लिखा, वह प्रबंधन पर सीधा सवाल उठा रहा है। जिंदगी को दांव पर लगाते हुए मौत को चुनने वाले बीएसपी अफसर ने सुसाइड नोट में लिखा-“भविष्य में आने वाले अत्याधिक कार्य दबाव में यह कदम उठा रहा हूं”। महज एक लाइन में जिंदगी का आखिरी शब्द लिखकर दुनिया से विदा हो गए।

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अत्याधिक कार्य के दबाव की बात को सुनकर हर कोई हैरान है। अधिकारी या कर्मचारी सबकी जुबां पर है कि मौत का रास्ता गलत चुना गया है। जिंदगी से लड़ने के बजाय मौत को चुनना सही फैसला नहीं है।

बीएसपी के नगर सेवाएं विभाग के सिविल डिपार्टमेंट के रोड सेक्शन में बतौर असिस्टेंट मैनेजर कृष्णकांत वर्मा कार्य कर रहे थे। साल 2018 में कर्मचारी से अधिकारी बने। पांच साल भी अधिकारी का मजा नहीं ले सके। नवंबर 2025 में रिटायरमेंट था। भविष्य में काम का अधिक दबाव की बात बोलकर सेलूद स्थित आवास पर फंदे पर झूल गए।

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सुसाइड नोट पर लिखी बात की सच्चाई जानने के लिए Suchnaji.com ने नगर सेवाएं विभाग के अधिकारियों से बातचीत की। विभागीय अधिकारियों ने इस बात को स्वीकारा कि कार्य का दबाव अधिक है। दिन में 11 बजे तक मीटिंग का दौर चलता है। रिपोर्ट देने और लेने में ही पूरा जोर होता है। इसके बाद 1 बजे से लंच टाइम। वहीं, विभाग में अधिकारी लगातार रिटायर हो रहे हैं। इसी महीने 3 अधिकारी रिटायर होने वाले हैं। नई भर्ती का औसत नाममात्र है।

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नगर सेवाएं विभाग से 3 अधिकारी इस माह में रिटायर हो रहे हैं। प्रदीप मिश्र-एजीएम सिविल, बीके दास-एजीएम रोड सेक्शन, आरके राजू-एजुकेशन से रिटायर हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि पहले सिविल में करीब 35 से 40 अधिकारी हुआ करते थे। वर्तमान में यह आंकड़ा 8 के आसपास ही रह गया है। जिसमें एक ने आत्महत्या कर ली है। सात बचे। 7 में से 3 रिटायर होने वाले हैं।