BSP Union Election 2022: एनजेसीएस और नॉन एनजेसीएस की गुगली में फंसे कर्मचारी, दावे बड़े, लेकिन एनजेसीएस के साथ रहेंगे खड़े

अज़मत अली, भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट में मान्यता प्राप्त यूनियन चुनाव की तारीख 29 जून को घोषित हो जाएगी। संभावना है कि 30 या 31 जुलाई को मतदान कराया जा सकता है। फिलहाल, बैठक में ही तारीख घोषित की जाएगी। चुनावी बिसात बिछ चुकी है। इस पर चाल चलने वाली ट्रेड यूनियनें हर तरह के हथकंडे अपना रहे। कोई एजेंडा सेट कर रहा…। कोई एनजेसीएस के अस्तित्व को ललकार रहा…। कोई नेताजी की चरण में दंडवत है…। कोई विरोधी ठेमा में तोड़फोड़ में व्यस्त…कोई नॉन एनजेसीएस का झंडा बुलंद किए हुए है।

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चुनावी माहौल और बनते-बिगड़ते समीकरण को जानना है तो सोशल मीडिया पर एक बार झांक लीजिए…। बयानबाजी हालात का रुख बयां कर देगी। चुनाव को दो खेमे में बांट दिया गया है। एनजेसीएस और नॉन एनजेसीएस के बीच। आखिर इस चाल में कितनी सच्चाई है, यह जानने के लिए एनजेसीएस से जुड़े श्रमिक नेताओं से सूचनाजी.कॉम ने बातचीत की।

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सीटू के सहायक महासचिव टी. जोगा राव ने कहा कि अभी भी कर्मियों का विश्वास है एनजेसीएस पर…। पिछले चुनाव का नतीजा यह बताता है कि कर्मियों ने उन्हीं यूनियनों पर भरोसा किया है, जो यूनियन एनजेसीएस में होने वाले समझौते की आलोचना करने एवं उस समझौते को और बेहतर करने के लिए अपने यूनियन के पक्ष को कर्मियों के बीच रखा है, क्योंकि कर्मी इस बात को बहुत अच्छी तरह से जानते हैं कि चाहे जो हो जाए, एनजेसीएस ही एक ऐसा मंच है, जहां पर सेल के सभी संयंत्रों के प्रतिनिधि एवं आरआईएनएल के प्रतिनिधि कर्मियों के विभिन्न विषयों पर ना केवल चर्चा करते हैं, बल्कि समझौते को भी संपन्न करते हैं। एनजेसीएस के बिना पूरे देश के राष्ट्रीय इस्पात संयंत्र को एक मंच पर लाना मुमकिन नहीं है। एक मंच पर आए बिना कर्मियों के हित में काम करना भी संभव नहीं है।

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इस जवाब पर नॉन एनजेसीएस फोरम की तरफ से भिलाई में झंडा उठाने वाले बीएसपी वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष उज्ज्वल दत्ता से सवाल किया गया। उज्ज्वल दत्ता ने कहा-नॉन एनजेसीएस फोरम का रजिस्ट्रेशन होने वाला है। इसके बाद यह एनजेसीएस के समकक्ष खड़ा हो जाएगा। दिल्ली में जो भी मीटिंग होगी, उसमें एनजेसीएस के साथ नॉन एनजेसीएस भी शामिल होगा। ज्वाइंट फोरम बनाकर बात की जाएगी। वैसे भी एनजेसीएस को अब कौन पूछ रहा है। 70 प्लस के सभी नेता दिल्ली में कर्मचारियों का भविष्य तय करते हैं।

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जानिए सोशल मीडिया पर क्या चल रही बतकही….

एनजेसीएस में घुसने का रास्ता तलाश करता नॉन एनजेसीएस फोरम
सेल के एक कर्मचारी लिखा-एनजेसीएस को कोसते हुए जिस नॉन एनजेसीएस फोरम का गठन किया गया है, उसका मकसद ही किसी भी तरह से एनजेसीएस मे घुसना है, क्योंकि उनको भी अच्छी तरह से मालूम है कि जो कुछ भी समझौता हो रहा है। वह बिना एनजेसीएस के संभव नहीं है। किंतु किसी भी तरह से एनजेसीएस का स्टेटस एंजॉय करने का मकसद ही इस नॉन एनजेसीएस फोरम को पैदा किया है।

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यदि गलती से चुन लिए गए तो क्या समझौता करेंगे बिना एनजेसीएस के

एक कर्मी ने कटाक्ष करते हुए लिखा-एनजेसीएस फोरम को कोसकर नॉन एनजेसीएस फोरम का गठन करने वाले इस बात का तो एलान कर दें कि यदि वह गलती से भी जीत कर आते हैं तो चाहे कुछ हो जाए वह एनजेसीएस में नहीं जाएंगे। बिना एनजेसीएस के ही जो भी समझौता करना है, उसे भिलाई स्तर पर ही कर लेंगे। इस आशय का हलफनामा कर्मियों के बीच दिया जाना चाहिए, ताकि कर्मियों को भी तो विश्वास हो कि वे वाकई एनजेसीएस में नहीं जाना चाहते हैं।

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