- बीएसपी सेक्टर-4 पानी टंकी का वाल्व खोलने के लिए दो ऑपरेटर जा रहे थे, तभी हादसा हो गया।
- पानी टंकी का मलबा करीब 100 फीट दूर तक छिटका मिला। सरिया का टुकड़ा दूर तक पाया गया।
अज़मत अली, भिलाई। आज मंगलवार है। लेकिन भिलाई स्टील प्लांट के लिए अमंगल साबित हुआ। सुबह सवा 6 बजे भिलाई टाउनशिप के सेक्टर-4 की दो पानी टंकी ढह गई। इसके एकमात्र गवाह दो ऑपरेटर हैं। मौत को नजदीक से देखने वाले दोनों ऑपरेटर शैलपति राव और अरिबन ने Suchnaji.com को आंखों देखा मंजर बयां किया।
बीएसपी की 2 पानी टंकी एक साथ ढह गई, मेंटेनेंस आफिस चपेट में, सेक्टर-3 व 4 में पानी सप्लाई ठप
खुर्सीपार के रहने वाले शैलपति राव भोर में 5.30 बजे ड्यूटी पहुंच चुके थे। तब तक स्थिति सामान्य रही। सवा 6 बजे वह पानी टंकी के नीचे वाल्व को खोलने जा रहे थे। पीएचई के दफ्तर के बाहर साइकिल खड़ी करके वह अंदर गए थे। पाना उठाकर बाहर निकल रहे थे, तभी एक पानी टंकी नजरों के सामने झुकती दिखी। कुछ समझ में आता, उससे पहले ही यह टंकी दूसरी जर्जर टंकी पर टिक गई।
भार पड़ते ही चरमराने लगी। यह देख बीएसपी के दोनों ऑपरेटर शैलपति राव और अरिबन चीख उठे। शोर मचाते हुए दीवार फांदकर भाग खड़े हुए। किसी तरह जान बचाई। दीवार फांदने के बाद पीछे मुड़कर देखा तो तबाही का मंजर था। घुटने तक पानी भरा था। दोनों टंकियों में 24 लाख लीटर पानी भरने की वजह से बाढ़ की तरह मंजर हो गया। घरों में पानी घुस गया। पानी टंकी का मलबा करीब 100 फीट दूर तक छिटका मिला। सरिया का टुकड़ा दूर तक पाया गया।
हादसा 9 बजे के आसपास हुआ होता तो किसी का बचना नामुमकिन होता। पानी टंकी की चपेट में मेंटेनेंस आफिस आ गया है। इलेक्ट्रिकल डिपार्टमेंट का कार्यालय आधा ध्वस्त हो चुका है। सिविल दफ्तर की दीवारें भी खतरे में आ गईं हैं। इलेक्ट्रिकल विभाग का आफिस कहीं शिफ्ट किए जाने की चर्चा शुरू हो गई है।
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सबसे बड़ी राहत यह थी कि स्कूलों में मंगलवार को छुट्टी थी। जिस स्थान पर पानी टंकी का मलबा गिरा, वहीं स्कूल की बस खड़ी होती है और बच्चों को लेकर जाती है। हर कोई ऊपर वाले का शुक्र अदा करता रहा। मॉर्निंग वॉक करने वाले भी घरों से निकल रहे थे। चपेट में आने से बच गए।
सांसद विजय बघेल पहुंचे और उन्होंने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा-माताएं व्रत रखी थीं। शायद, इसी वजह से आज बच्चों की जान बच गई।
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