- ओडिशा सीमा से लगे गरियाबंद जिले के बिंद्रानवागढ़ विधानसभआ क्षेत्र में वोटर्स ने बेखौफ होकर वोट डाला है।
- बिंद्रानवागढ़ इलाके में शुक्रवार शाम जरूर नक्सली अटैक हुआ था, जिसमें एक जवान को अपनी जान भी गंवानी पड़ी।
सूचनाजी न्यूज, रायपुर। छत्तीसगढ़ में बस्तर संभाग और राजनांदगांव अंचल के इलाके नक्सल प्रभावित है। यहां वोटिंग करवाना बड़ा चुनौती भरा काम है। निर्वाचन आयोग ने पहले ही चरण में सिर्फ 20 सीट पर वोटिंग करवाया था।
वहीं, राजधानी और इसके आसपास के मैदानी इलाकों सहित उत्तरी भागों में एक साथ चुनाव करवाया गया। दूसरे चरण में 70 सीटों पर वोटिंग हुई। लेकिन दूसरे चरण के मतदान इलाकों में कुछ ऐसे भी क्षेत्र है जहां नक्सलियों का प्रभाव है।
ऐसे विधानसभाओं के अंतर्गत उन पोलिंग सेंटर्स और पोलिंग बूथों पर वोटिंग कराना भी बड़ी चुनौती रहती है। लेकिन यहां के मतदाताओं ने जबरदस्त उत्साह दिखाया और यहां बंपर वोटिंग हुई। यहां के निवासियों ने अपने मताधिकार का खूब इस्तेमाल करके नक्सलियों को करारा जबाव दें दिया है।
आपको बता दें कि सरगुजा संभाग में कुछ नक्सल प्रभावित, दुर्गम पहाड़ी और सुदूर क्षेत्रों में पोलिंग सेंटर बनाया गया था, जहां सबसे ज्यादा नक्सली आतंक का डर था। मगर यहां के वोटर्स ने जबरदस्त उत्साहित होकर अपने मताधिकार का उपयोग किया और रिकॉर्ड तोड़ यहां मतदान हुआ है।
सरगुजा संभाग के अंतर्गत कोरिया जिले के विधानसभा क्षेत्र नंबर-1 भरतपुर-सोनहट, रायपुर संभाग के अंतर्गत और ओडिशा सीमा से लगे गरियाबंद जिले के बिंद्रानवागढ़ विधानसभआ क्षेत्र में वोटर्स ने बेखौफ होकर वोट डाला है। बिंद्रानवागढ़ इलाके में शुक्रवार शाम जरूर नक्सली अटैक हुआ था, जिसमें एक जवान को अपनी जान भी गंवानी पड़ी।
बाकी शेष इलाकों से वोटिंग एजेंट्स सुरक्षित रिटर्न होने की खबरें मिली है। साथ ही एक घटना को छोड़कर कही और किसी तरह की दुर्घटना की खबर नहीं आई है। बाकी इलाकों में मतदान शांतिपूर्ण ढंग से निपट चुका है। अब सभी को परिणाम का इंतजार है। दो चरणों की वोटिंग के बाद तीन दिसंबर को वोटों की गिनती होगी।
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