तीन साल से शिकायत का कोई असर नहीं, गैरेज के छत का प्लास्टर टूटकर गिरा, बची डिप्लोमा इंजीनियर की जान, कहा कराऊंगा एफआइआर
बीएसपी के पीबीएस-2 के कर्मचारी ने चेतावनी दी है कि अगर किसी दिन कुछ हुआ तो सिविल डिपार्टमेंट पर एफआइआर कराऊंगा।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट के पीबीएस-2 के कर्मचारी की जान बाल-बाल बच गई। जर्जर आवास से जूझ रहे कर्मचारी के गैरेज की छत का प्लास्टर गुरुवार को टूटकर गिर गया। कर्मचारी कार निकालने के लिए गैरेज में पहुंचा ही था कि अचानक छत के बड़े हिस्से का प्लास्टर टूटकर नजरों के सामने गिर गया। यह मंजर देख कर्मचारी अवाक रहा गया। पिछले तीन साल से शिकायत करने के बाद मेंटेनेंस नहीं होने का गुस्सा और बढ़ गया।
हॉस्पिटल सेक्टर के स्ट्रीट डब्ल्यूएचए स्थित आवास संख्या 04/F में पीबीएस-2 के कर्मचारी पंकज राठौर का परिवार रहता है। घर की दीवार, छत, खिड़की, दरवाजे तक जर्जर हो चुके हैं। किसमत अच्छी थी कि बाइक और कार के बीच कुछ दूरी थी, अन्यथा बड़ा नुकसान होना तय था। कर्मचारी के मुताबिक तीन साल पहले शिकायत की थी। तीन बार आवेदन देने के बाद भी मेंटेनेंस नहीं हो सका।
तीन साल पहले हंगामा करने पर सिविक आफिस सेक्टर-8 और सेक्टर-9 मेंटेनेंस आफिस सक्रिय हुआ था। सर्वे के लिए एक कर्मचारी साथ में घर तक आया। दिखाने के लिए पूरे घर का सर्वे किया गया, लेकिन दोबारा कोई लौटकर नहीं आया। गुरुवार को प्लास्टर टूटने की घटना के बाद तय कर लिया है कि इस बार आवेदन दूंगा। साथ ही कुछ भी हुआ तो एफआइआर कराउंगा। दो-तीन बार आवेदन देने के बाद कुछ नहीं हुआ है।

हैरानी की बात यह है कि पिछले तीन आवेदन का कोई रिकॉर्ड तक सिविल आफिस में नहीं है। सेक्टर-9 मेंटेनेंस आफिस में शिकायत करने का कोई असर नहीं है। सेक्टर-8 सिविल आफिस के रजिस्टर में इंट्री तक कराया था। डिस्पैच नंबर डालकर दिया गया। कर्मचारी पंकज राठौर ने टोकन लाकर मेंटेनेंस आफिस सेक्टर-9 को हैंडओवर किया, बावजूद कोई काम नहीं हुआ। वहीं, खतरे के साये में घर में बच्चा खेलता रहता है। दो दिन पहले तेज हवा में घर के पिछले हिस्से का छज्जा गिर चुका है। हर आंधी में विंडो का कांच टूटकर गिरता रहता है। नीचे बच्चे खेलते रहते हैं। किसी दिन बड़ा हादसा होना तय है।