हिंसा के बीच बांग्लादेश में तख्तापलट, प्रधानमंत्री शेख हसीना देश छोड़कर भागीं, हर तरफ खून-खराबा, बनेगी अंतरिम सरकार

  • आर्मी चीफ राजनीतिक दलों के साथ बातचीत कर रहे हैं। शाम को कोई बड़ी घोषणा की है।

सूचनाजी न्यूज, दिल्ली। बांग्लादेश में तख्तापलट (Coup in Bangladesh) हो गया है। प्रधानमंत्री शेख हसीना (Prime Minister Sheikh Hasina) बांग्लादेश छोड़कर अपनी बहन के साथ किसी सुरक्षित स्थान पर चली गई हैं। बांग्लादेश (Bangladesh) में खूनी हिंसा के बीच सोमवार को लाखों लोगों ने प्रधानमंत्री आवास (Prime Minister’s residence) को घेर लिया। लोग आवास में घुस गए और तोड़फोड़ कर रहे हैं। शेख हसीना के पिता शेख मुजीबुर्रहमान की प्रतिमा को तोड़ दिया गया है। पुलिस पीछे हट चुकी है। वहीं, यह भी दावा किया जा रहा है कि शेख हसीना का हेलिकॉप्टर भारत के त्रिपुरा में उतर चुका है। बीएसएफ की निगरानी में हैं।

ये खबर भी पढ़ें: भिलाई स्टील प्लांट से कर्मचारी और अधिकारी रिटायर, बढ़ा वर्क प्रेशर

सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। पूरे बांग्लादेश (Bangladesh) में कर्फ्यू लगा दिया गया है। सत्ता दल आवामी लीग हिंसा रोकने में नाकाम रही। पुलिस पर बड़ा सवाल उठता रहा। आरक्षण को लेकर बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन चल रहा था। इस दौरान 300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।

ये खबर भी पढ़ें: भिलाई स्टील प्लांट: रेल एंड स्ट्रक्चरल मिल ने वेल्डेड रेल पैनल के उत्पादन में बनाया नया रिकॉर्ड, बधाई देने पहुंचे DIC-ED

हिंसा के बीच की बांग्लादेश (Bangladesh) की PM शेख हसीना ने अपनी बहन के साथ हेलिकॉप्टर से किसी सुरक्षित स्थान के लिए ढाका छोड़ दिया है। दावा किया जा रहा है कि सेना के विशेष हेलिकॉप्टर से भारत रवाना हुई हैं। वहीं, भारत सरकार की तरफ से इस पर कोई भी आधारिक घोषणा नहीं की गई है। उनके इस्तीफ़ा देने की भी ख़बर आ रही है।

ये खबर भी पढ़ें: वरिष्ठ नागरिक: 60-79 साल वालों को 200 और 80 वर्ष या उससे अधिक वालों को 500 रुपए हर महीने

पिछले 30 दिन से हालात बेकाबू हो चुके हैं। तख्तापलट हो चुका है। सेना हालात को काबू करने में जुटी हुई है। आर्मी चीफ (Army Chief) ने प्रेस कांफ्रेंस (press conference) किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति से मिलकर अंतरिम सरकार बनाने की दिशा में प्रयास कर रहे हैं। लोगों से अपील कर रहे हैं कि हिंसा को छोड़ दें। अपने देश को किसी तरह से नुकसान न पहुंचाएं।

ये खबर भी पढ़ें: वरिष्ठ नागरिक: 60-79 साल वालों को 200 और 80 वर्ष या उससे अधिक वालों को 500 रुपए हर महीने