ईपीएस 95 न्यूनतम पेंशन 1000 रुपए को बढ़ाकर 7500 रुपए करने की मांग।
सूचनाजी न्यूज, छत्तीसगढ़। ईपीएस 95 न्यूनतम पेंशन को 1000 से बढ़ाकर 7500 रुपए करने का आंदोलन चल रहा है। पेंशनर्स तंगहाली से जूझ रहे हैं। आंदोलन से परेशान पेंशनभोगियों को अब जल्द जल्द चाहिए। इसके लिए तरह-तरह के सुझाव सामने आ रहे हैं।
पेंशनभोगी कुमार बृजेश का दावा है कि इस बार फिर EPS 95 पेंशनभोगी निर्विवादित रूप से पुनः धोखा खाएंगे। जैसे पिछले 8 सालों से खाते आ रहे हैं। संगठन भले ही देशव्यापी और मजबूत हो, पर इस सरकार के दांव पेंच से पूर्णतःअवगत होते हुए भी सरकार की कुटिल नीति का इनके पास कोई काट नहीं है।
इन्हें समय रहते केंद्र के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को अपने आंदोलन को समर्थन देने हेतु सविनय आमंत्रित करना चाहिए। इससे एक मजबूत संदेश जाएगा और सरकार पर जोरदार दवाब पड़ेगा, तभी मांग पूरी होगी। अन्यथा संदेह ही संदेह है।
कुछ नेताओं को साथ लेना होगा
वहीं, देवराज जोसेफ ने लिखा-हमें पेंशनभोगियों की लंबित मांगों का समर्थन करने और उनसे निपटने के लिए विपक्ष के कुछ नेताओं को साथ लेना होगा।
सत्ता पक्ष के महान नेताओं ने अनदेखी की, उन्होंने कभी वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान नहीं किया, और वही बने रहे। ज्ञापन सौंपना, अवशेष जमा करना, सभी ‘चुनावी जुमले’ न्याय के लिए एकजुट होकर लड़ना चाहिए।
राहुल गांधी से संपर्क करना चाहिए
पेंशनभोगी पीके कपूर लिखते हैं कि आप लोगों का कहना बिल्कुल सही है कि हम पेंशनभोगियों को राहुल गांधी से संपर्क करना चाहिए, क्योंकि वह विपक्षी पार्टी के बहुत प्रभावशाली नेता हैं। उनकी दादी इंदिरा गांधी भारत की दिवंगत प्रधानमंत्री हमेशा विभिन्न संगठनों के कर्मचारियों के हित और कल्याण के बारे में सोचती थीं।
वह श्रमिकों की नेता थीं। उनके समय में कोई निजीकरण नहीं था, जबकि अब सब कुछ निजीकरण होने वाला है। राहुल गांधी के लिए यह संदेश अधिक प्रभावी होगा।
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