दुर्गापुर-अलॉय स्टील प्लांट का रुका है विस्तारीकरण और सेल कर्मियों का बकाया धन
सूचनाजी न्यूज, दुर्गापुर। दुर्गापुर इस्पात कर्मचारी संघ-बीएमएस के पदाधिकारियों ने शुक्रवार सुबह मेन गेट पर प्रदर्शन किया। दुर्गापुर स्टील प्लांट और अलॉय स्टील प्लांट के आधुनिकीकरण और विस्तारीकरण योजना की मांग की। शत-प्रतिशत उत्पादन देने वाले प्लांट में एक्पांशन प्रोजेक्ट नहीं लाने पर सवाल उठाए गए। पदाधिकारियों ने कहा कि सरकार भारत सरकार ने राष्ट्रीय इस्पात नीति 2017 की घोषणा की है, इसलिए, इस सफलता के लिए हमें पश्चिम बंगाल के एएसपी और डीएसपी के बड़े पैमाने पर आधुनिकीकरण और विस्तार की आवश्यकता है।
साथ ही कर्मचारियों के लंबित मुद्दों को जल्द से जल्द हल करने की मांग की गई। एनजेसीएस बैठक में सभी मुद्दों को एक साथ हल करने की वकालत की गई है ताकि कर्मचारियों को राहत मिल सके। सेल के गैर-कार्यकारी कर्मचारियों का वेतन समझौता अब भी अधूरा है। एनजेसीएस सब-कमेटी की बैठक में समय बर्बाद किए बिना एनजेसीएस समझौता तुरंत पूरा किया जाना चाहिए।
प्रदर्शन करने वालों में अध्यक्ष समीर सिंह राय, जनरल सेक्रेटरी जोगिंदर राम, फेडरेशन के उपाध्यक्ष अरुप राय, एनजेसीएस सदस्य सुभाष सिंह, अलाय के जनरल सेक्रेटरी मृत्युंजय कुमार, जिला संयोजक मृमय बनर्जी, सहायक महामंत्री ऋषिकेष कुमार सिंह, मानस चटर्जी, जय श्री आदि मौजूद रहे।
बीएमएस की तरफ से ये भी मांग उठी
-क्वार्टरों और अतिरिक्त भूमि को पट्टे पर और लाइसेंस पर दिया जाए। डीएसपी के नियमित और सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए क्वार्टरों को पट्टे पर देने या लाइसेंस देने के संबंध में यह एक बहुत ही ज्वलंत मुद्दा है। एक तरफ खाली क्वार्टरों और जमीनों पर दिन-ब-दिन अतिक्रमण किया जा रहा है और दूसरी तरफ कंपनी के भूतपूर्व कर्मचारियों को उनकी ग्रेच्युटी नहीं मिल रही है और क्वार्टरों पर कब्जा होने के कारण उनका अंतिम भुगतान नहीं हो रहा है।
- क्वार्टर, भूमि पर काबिज लोगों पर कार्रवाई की जाए। कंपनी का पानी और बिजली तुरंत बंद कर देना चाहिए। राष्ट्रीय संपत्ति की रक्षा के लिए प्रबंधन जल्द एक्शन ले।
-राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए निजीकरण और विनिवेश को रोका जाना चाहिए।
-विशेषज्ञ डॉक्टरों, नर्सों, दवा आदि की उपलब्धता। अस्पताल की पूरी प्रणाली कम्प्यूटरीकृत होनी चाहिए।
-ग्रेच्युटी सीलिंग को तत्काल रोका जाए।
-टाउनशिप में आधुनिक सेवाएं प्रदान करें। (वाटरलाइन, बिजली लाइन, सड़क, सीवरेज लाइन आदि)
-ठेकेदार कर्मचारी सेल में उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। श्रमिकों को एस-1 के स्थायी कर्मचारियों के ग्रेड के बराबर वेतन दिया जाए।
-जितनी जल्दी हो सके “कुमार मंगलम पार्क” खोलने की व्यवस्था की जाए।