बीएसपी के पांच सीजीएम बने ईडी, छह महीने के लिए तपन सूत्रधार है ईडी माइंस, फिर होगी नए की तलाश, नए ईडी पीएंडए गद्रे की चुनौतियां बढ़ी
बीएसपी के एसएमएस-3 के सीजीएम किंशुक भट्टाचार्जी को दुर्गापुर स्टील प्लांट का ईडी एमएम चुना गया है। बीएसपी के सीजीएम इंचार्ज मिल्स एमएम गद्रे को बीएसपी का ईडी पीएंडए बनाया गया है।
अज़मत अली, भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट के पांच सीजीएम व सीजीएम इंचार्ज ईडी बन गए। बधाइयों का तांता लगा हुआ है। समर्थकों के चेहरे खिल उठे। वर्क्स और नॉन वर्क्स से भरपूर प्रतिनिधित्व का मौका मिल गया। वहीं, ईडी माइंस के लिए सीजीएम तपन सूत्रधार को चुना गया है। इनका रिटायरमेंट दिसंबर में है। बावजूद, सेल प्रबंधन ने इन्हें ईडी बनाया है। छह महीने तक इनके अनुभवों का लाभ लेने के मकसद से ऐसा किया गया है।
राजहरा से लेकर भिलाई तक सक्रियता दिखाने वाले तपन सूत्रधार के बारे में बताया जा रहा है कि अगर, इनका चयन नहीं होता तो शायद इनके साथ नाइंसाफी होती। संकट के दौर में अकेले मोर्चा संभाला और करीब माह तक कार्यवाहक ईडी का भी कार्यभार संभाले थे। जबकि इंटरव्यू में माइंस से तपन सूत्रधार के अलावा समीर स्वरूप भी शामिल हुए थे, लेकिन मौका तपन को ही मिला।
बीएसपी के सीजीएम इंचार्ज फाइनेंस डाक्टर अशोक कुमार पंडा की जिम्मेदारी बढ़ गई है। लंबे समय से फाइनेंस का लेखा-जोखा संभालने वाले एके पंडा बतौर ईडी कामकाज संभालेंगे। बीएसपी के सीजीएम ओएचपी बीएल चंदवानी को विश्वेश्वरैया स्टील प्लांट का ईडी बनाया गया है। बीएसपी के एसएमएस-3 के सीजीएम किंशुक भट्टाचार्जी को दुर्गापुर स्टील प्लांट का ईडी एमएम चुना गया है। बीएसपी के सीजीएम इंचार्ज मिल्स एमएम गद्रे को बीएसपी का ईडी पीएंडए बनाया गया है।
ईडी पीएंडए बनने के बाद एमएम गद्रे की चुनौतियां बढ़ चुकी है। बीएसपी के रेल मिल के अलावा प्लेट मिल, मर्चेंट मिल, वायर रॉड मिल का अतिरिक्त कार्यभार संभालने वाले गद्रे को अब कर्मचारियों से जुड़े विषयों पर सीधेतौर सामना करना है। एक तरफ जहां टाउनशिप पर बहुत काम करने की आवश्यकता है। वहीं, दूसरी तरफ हॉस्पिटल को भी संभालना है। कोरोना काल के बाद मेडिकल की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए बेहतर काम करने की जरूरत है।