
- आए दिन जोरा तराई गेट में परेशान रहते हैं कर्मी
- जोरा तराई गेट पर रात्रि पाली ड्यूटी जाने के दौरान मालगाड़ी 9.50 बजे खड़ी कर देता है।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) के कर्मचारी समय पर बायोमेट्रिक अटेंडेंस (Biometric Attendance) नहीं लगा पा रहे हैं। मालगाड़ी रास्ता रोक रही है। भीड़ के मामले में जोरातराई गेट हमेशा से ही सुर्खियों में रहा है। कहा जाता है कि जोरा तराई गेट की चाबी मेंन गेट के नियंत्रण में रहता है। यहां पर ड्यूटी करने वाले जवान भी अलग ही रौब में रहते हैं।
यहां पर दो चेकिंग गेट हैं। यह दोनों गेट के बीच 1 किलोमीटर का फासला है। कर्मियों को इन दोनों गेटों से चेकिंग के बाद अंदर छोड़ जाता है। अंदर वाले चेकिंग गेट में ड्यूटी के समय मुश्किल से दो गेट खोला जाता है एवं उन्हीं दो गेट में से अंदर और बाहर आना जाना होता है। एवं इस गेट में हजारों के तादाद में ठेका श्रमिक एवं थोड़े बहुत स्थाई श्रमिक आते जाते हैं। कम गेट खुलने के कारण लोग हर दिन परेशान होते हैं।
जोरा तराई रेलवे फाटक पर हर दिन लगता है घंटों जाम
जोरा तराई के इन दोनों चेकिंग गेट के बीच ओवर हैंडलिंग प्लांट से मरोदा की तरफ एक रेल लाइन गुजरती है, जिस पर ड्यूटी टाइम में 20-20 मिनट तक रॉ मैटेरियल वाली मालगाड़ी अथवा खाली मालगाड़ी गुजराती है। इसके कारण जाम लग जाता है। इसके बारे में सूचना जी में पहले भी प्रमुखता से खबरें प्रसारित की थी।
यही हाल है खुर्सीपार रेलवे फाटक एवं अंदर वाले रेल लाइन का
खुर्सीपार रेलवे फाटक के पास अंडर ब्रिज बनाने का प्रस्ताव सालों पुराना है। किंतु अभी तक इस पर कोई काम शुरू होता दिख नहीं रहा है। यहां एक बार फाटक गिरने से कभी-कभी तो 30 से 40 मिनट तक चार-पांच ट्रेन में गुजारने तक फाटक नहीं खुलता है।
ऐसे में कर्मियों का देरी से अपने विभाग में पहुंचना स्वाभाविक बात है, जैसे तैसे भारतीय रेलवे के फाटक को पार करने के बाद जैसे ही भिलाई इस्पात संयंत्र के बाउंड्री वॉल को पार करते हैं। अक्सर ड्यूटी टाइम में वहां पर भी लोको मूवमेंट रहता है जिसके कारण संयंत्र आने वाले कर्मी समय पर अपने विभाग तक नहीं पहुंच पाते हैं।
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हर दिन होते हैं बायोमेट्रिक अटेंडेंस के लिए लेट
जोरा तराई गेट से आने वाली कर्मी महीने में कई कई दिनों तक समय पर बायोमैट्रिक अटेंडेंस नहीं लगा पाते हैं। यही स्थिति कई बार खुर्सीपार गेट से आने वाले कर्मियों का रहता है। ड्यूटी टाइम पर रेलवे मूवमेंट की शिकायत करने पर प्रबंधन यह बोलकर टाल देता है कि जब भी फाटक पर जाम के कारण देरी होती है। बस उस देरी के कारण को बता दीजिए। रही बात रेलवे मूवमेंट बंद करवाने का काम कर पाना संभव नहीं है। ऐसा लगता है कि इस समस्या का प्रबंध के पास कोई समाधान नहीं है।