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Bhilai Steel Plant के अस्पताल गंभीर रूप से बीमार, इलाज का आश्वासन, हेल्थ सेंटर होंगे अपग्रेड, इन पदों पर भर्ती भी…

Bhilai Steel Plant के अस्पताल गंभीर रूप से बीमार, इलाज का आश्वासन, हेल्थ सेंटर होंगे अपग्रेड, इन पदों पर भर्ती भी…
  • पिछले दिनों यूनियन अस्पताल प्रबंधन के साथ बैठक करने के लिए समय मांगा तो कार्मिक कार्यालय बीच में आकर कहा कि किन मुद्दों पर बातचीत करना चाहते हैं, उन मुद्दों को लिखकर दीजिए।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। हिंदुस्तान स्टील इम्प्लाइज यूनियन सीटू की मेडिकल विभाग की विभागीय समिति मुख्य महाप्रबंधक मेडिकल एवं हेल्थ सर्विसेज डॉ. कौशलेंद्र ठाकुर से मुलाकात कर कई विषयों पर चर्चा की। यूनियन की तरफ से प्रतिनिधिमंडल में अध्यक्ष विजय कुमार जांगड़े, संतोष कुमार पुष्टि, संतोष कुमार, टी जोगा राव, दिनेश कुमार, अजय कुमार आर्य, विश्वरूप वर्मा, प्रबंधन की ओर से आर रंजीनी, डॉक्टर हर्षवर्धन उपस्थित थे।

23 जनवरी से मांगा जा रहा था बैठक के लिए समय

बैठक को लेकर की जा रही टालमटोल पर कटाक्ष करते हुए यूनियन के महासचिव जगन्नाथ प्रसाद त्रिवेदी ने कहा कि सीटू की अस्पताल टीम नियमित अंतराल में अस्पताल में कार्यरत कर्मियों के समस्याओं को लेकर ना केवल ज्ञापन देती है बल्कि बैठक कर समस्याओं का समाधान भी निकालने की दिशा में कार्य करती है।

यूनियन की तृतीय स्थान आने के बाद जब पिछले दिनों यूनियन अस्पताल प्रबंधन के साथ बैठक करने के लिए समय मांगा तो कार्मिक कार्यालय बीच में आकर कहा कि किन मुद्दों पर बातचीत करना चाहते हैं, उन मुद्दों को लिखकर दीजिए, तभी समय दिया जाएगा। और यूनियन ने 23 जनवरी 2023 को कार्मिक कार्यालय सेक्टर 9 के माध्यम से डायरेक्टर हेल्थ सर्विसेज को मांग पत्र को सौंप दिया। लगातार व्यस्ता की बात कहते हुए बैठक टलती रही। अंततः लगभग 3 माह बाद यह बैठक संपन्न हुई।

जल्द होगा स्टाफ के लिए गाड़ी स्टैंड का निराकरण

बैठक के दौरान अस्पताल में कार्यरत कर्मियों के गाड़ी स्टैंड की समस्या पर विस्तार से चर्चा हुई। गाड़ी चोरी हो जाने, पेट्रोल चोरी हो जाने जैसी समस्याओं से निदान के लिए गार्ड सहित चुस्त-दुरुस्त गाड़ी स्टैंड की आवश्यकता पर बल दिया गया, जिस पर डॉ. कौशलेंद्र ठाकुर ने सकारात्मक पहल करते हुए जल्द ही गाड़ी स्टैंड का निराकरण कर देने की बात कही।

सभी हेल्थ सेंटरों का होगा उन्नयन

कभी भिलाई इस्पात संयंत्र के विभिन्न सेक्टरों में पर्याप्त डॉक्टरों एवं मेडिकल कर्मियों की व्यवस्था के साथ हेल्थ सेंटर कार्य किया करते थे, जिसके कारण कर्मियों को सेक्टर 9 अस्पताल तक जाने की आवश्यकता ही नहीं पड़ती थी। उस समय वहीं मरीज सेक्टर 9 अस्पताल में इलाज के लिए जाते थे। जिन्हें हेल्थ सेंटरों द्वारा रेफर किया जाता था।

किंतु कालांतर में डॉक्टर एवं मेडिकल कर्मियों की कमी एवं चिकित्सा व्यवस्था कमजोर होते जाने के कारण मरीज सेक्टर 9 अस्पताल की तरफ रुख करना शुरू कर दिए। इस विषय पर चर्चा के पश्चात डॉ कौशलेंद्र सिंह ने स्पष्ट किया कि कुछ चुनिंदा हेल्थ सेंटरों को पर्याप्त डॉक्टरों एवं चिकित्सा कर्मियों की पूर्ति के साथ चुस्त-दुरुस्त करने की दिशा में कार्य जारी है। बहुत ही जल्द इन हेल्थ सेंटरों का ना केवल उन्नयन होगा बल्कि मरीज भी इलाज के लिए उन हेल्थ सेंटर की तरफ अपना रुख करेंगे।

एक्स-रे विभाग के पास का लिफ्ट को जल्द सुधारने की तैयारी

अस्पताल के लिए मरीजों को एक स्थान से दूसरे स्थान ले जाने हेतु लिफ्ट सबसे महत्वपूर्ण है। किंतु लिफ्ट के रखरखाव में समस्या आने से मरीजों द्वारा दिक्कतों का सामना करने की घटना भी कई बार सामने आ चुकी है। इन्हीं सब के मद्देनजर बैठक में इस पर चर्चा पश्चात डॉ. ठाकुर ने कहा कि एक्सरे विभाग के पास के लिफ्ट को जल्द ही सुधार लिया जाएगा, क्योंकि विभिन्न विभागों से एक्स-रे एवं सी टी स्कैन के लिए मरीजों को लाने और ले जाने के लिए यह लिफ्ट सबसे उपयोगी है। इसके सुधार होते ही बड़ी राहत मिलेगी।

माइक्रो बायोलॉजिस्ट की जल्द होगी बहाली

स्थाई कर्मियों के घटने के साथ ही इंटर्न स्टॉप की भर्ती एक आम बात है। किंतु माइक्रोबायोलॉजी विभाग में सामान्य इंटर्न को काम पर रखा गया है। इस पर यूनियन ने मांग किया है कि किस विभाग में माइक्रोबायोलॉजिस्ट को ही पदस्थ किया जाना चाहिए इस पर अस्पताल प्रबंधन ने सकारात्मक कदम उठाते हुए जल्द बहाली का आश्वासन दिया है।

एमटीए डी क्लस्टर का भी जल्द निराकरण करने का मिला आश्वासन

सचिव मेडिकल जोन संतोष कुमार ने कहा कि सेक्टर 9 अस्पताल में कर्मियों के नियमित पदोन्नति एक बड़ी मांग रही है। सीटू अपने मान्यता काल में सेक्टर 9 अस्पताल के कर्मियों के लिए एलओपी पर बहुत काम किया था। कई नए पद बनाए गए थे एवं कई लोगों को इसका लाभ भी मिला। किंतु उसी समय से एमटीए में सी क्लस्टर तक बना पाए थे एवं डी क्लस्टर की मांग उठती रही है। यूनियन ने इस संदर्भ में पहले भी अस्पताल प्रबंधन को पत्र दे चुका है। इस विषय पर डॉ कौशलेंद्र ठाकुर ने सकारात्मक पहल करते हुए जल्द ही निराकरण करने का आश्वासन दिया।