हड़ताल के दिन कितने इंटक नेताओं ने की ड्यूटी, आरटीआई लगाएगा बीडब्ल्यूयू, एरियर, पदनाम, बायोमेट्रिक और ग्रेच्युटी को लेकर 25 को प्रदर्शन
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। 39 महीने के एरियर, बायोमेट्रिक, ग्रेच्युटी सिलिंग, प्रमोशन पॉलिसी रद्द करने और सम्मानजनक पदनाम की मांग को लेकर बीएसपी कर्मचारी प्रदर्शन करेंगे। बीएसपी वर्कर्स यूनियन के बैनर तले बुधवार को मेन गेट के सामने सुबह 8 बजे से प्रदर्शन किया जएगा।
महासचिव खूबचंद वर्मा ने कहा कि जिस प्रकार से इंटक यूनियन बीएसपी वर्कर्स यूनियन पर व्यक्तिगत आरोप लगा रही है, उससे इंटक यूनियन की आगामी चुनाव में निराशा झलकने लगी है। प्रतिनिधि यूनियन होने के बावजूद इंटक कर्मियों के हित में कोई काम नहीं किया है। इसलिए अपने कार्यकाल के नाकामी छिपाने के लिए ये आरोप-प्रत्यारोप कर रहे है और संयंत्र के स्वस्थ माहौल को बिगाड़ रही है।
बीएसपी वर्कर्स यूनियन नहीं करती इंटक की तरह नकली हड़ताल
बीएसपी वर्कर्स यूनियन के सहायक महासचिव दिल्लेश्वर राव ने कहा कि बीएसपी वर्कर्स यूनियन कभी भी इंटक की तरह न नकली हड़ताल करती है और न कभी करेगी। इंटक के लोग हमेशा कर्मचारियों से हड़ताल करने को कहते हैं, परंतु इनके नेता स्वयं ड्यूटी करते हैं। इनकी इस प्रकार की हरकतों के कारण संयंत्र कर्मियों का यूनियन के प्रति विश्वास कम होता है। अब बीएसपी वर्कर्स यूनियन इनके द्वारा घोषित हड़ताल के दिन कितने इंटक नेता ड्यूटी में थे, उसका आरटीआई लगा कर सूची लेगी तथा कर्मचारियों के सामने इनकी असलियत उजागर करेगी।
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जब सारे कर्मचारी हड़ताल में थे तो इंटक नेताओ ने किया ड्यूटी
कार्यकारी महासचिव शिवबहादुर सिंह ने कहा कि जब वेज रीविजन की मांग को लेकर भिलाई इस्पात संयंत्र के सारे कर्मचारी हड़ताल पर थे तो इंटक नेताओं ने उस दिन ड्यूटी किया। इंटक के महासचिव ने मात्र हड़ताल का विरोध करने और हड़ताल में गए संयंत्र कर्मियों को चिढ़ाने के उद्देश्य से रिटायरमेंट के आखिरी दिन न केवल ड्यूटी गए, वरन मशीन में चढ़ कर काम करने का नाटक भी करने लगे। इनकी मानसिकता सदैव कर्मचारी विरोधी है।
प्रबंधन के साथ मिल कर नौकरी के आखिरी दिन किया कर्मचारी विरोधी प्रमोशन पॉलिसी में हस्ताक्षर
उप महासचिव सुरेश सिंह ने कहा कि इंटक यूनियन के गलत एग्रीमेंट की सजा आज संयंत्र कर्मी भुगत रहे हैं। इनके महासचिव ने रिटायरमेंट के आखिरी दिन ऐसे प्रमोशन पॉलिसी पर हस्ताक्षर कर अनुबंध किया जो पूर्णत कर्मचारी विरोधी है। जिसकी सजा पूरे संयंत्र कर्मियों को भुगतान पड़ रहा है। इस प्रमोशन पॉलिसी के कारण सारे कर्मियों को मल्टी ग्रेड कर दिया गया। कर्मियों के महत्वपूर्ण पद चार्जमैन, प्लानिग असिस्टेंट जैसे अन्य पद समाप्त कर दिए गए। इनके प्रमोशन पॉलिसी के चलते पूरे प्लांट के कर्मी परेशान हैं।
39 महीने के एरियर और ग्रेच्युटी सिलिंग के बदले प्रबंधन गिफ्ट दे रहा
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उपाध्यक्ष अमित बर्मन ने कहा कि जिस प्रकार से वेज रीविजन में ग्रेच्युटी सिलिंग कर कर्मियों को लाखों रुपए का नुकसान किया गया। और उनके 39 महीने के एरियर्स का आज तक न भुगतान किया गया। न ही इस पर कोई चर्चा किया जा रहा है। यह शर्मनाक है। ऐसे में कर्मियों को मात्र बहलाने के उद्देश्य से 1300 रुपए का गिफ्ट बाटा जा रहा है। उसका भी श्रेय वो यूनियन लेने का प्रयास कर रही जो कर्मियों के ग्रेच्युटी सिलिंग होने और 39 महीने के एरियर्स न मिलने के लिए जिम्मेदार है। इंटक यूनियन की ऐसी बेशर्मी पूर्ण हरकत से संयंत्र कर्मी आश्चर्य चकित है।
बीएसपी वर्कर्स यूनियन का वोट प्रतिशत बढ़ा, इंटक का घटा
एस. गिरीश ने कहा कि बीएसपी वर्कर्स यूनियन ने कम समय में कर्मचारी हित में किए गए कार्य से अपनी जगह संयंत्र के आम कर्मियों के बीच बनाया है। जिसका परिणाम है कि एक चुनाव के बाद दूसरे चुनाव में ही बीएसपी वर्कर्स यूनियन के वोट में तीन गुना वृद्धि हुई है। पूरे सेल में बीएसपी वर्कर्स यूनियन ही एक मात्र स्वतंत्र संगठन है, जिसे इतना वोट मिटा। इंटक के वोट में हर चुनाव में भारी कमी आ रही है। पहले चुनाव से तीसरे चुनाव तक में इसके वोट में तीन गुना कमी आ चुकी है।