बीएमएस पर अब इंटक हमलावर, कहा-वेतन समझौता से भागने और अंग्रेजों की जासूसी करने वाली बीएमएस अपने स्वभाव दूसरे पर न थोपे
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट में मान्यता प्राप्त यूनियन चुनाव से पहले जुबानी जंग तेज हो चुकी है। बीएमएस की बयानबाजी पर इंटक अब हमलावर हो गया है। प्रबंधन की जासूसी के आरोपों से घिरी स्टील इम्प्लाइज यूनियन-इंटक ने बीएमएस पर पलटवार किया।। कहा-वेतन समझौता से भागने और अंग्रेजों की जासूसी करने वाली बीएमएस अपने स्वभाव दूसरे पर न थोपे।
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कार्यकारिणी बैठक में इंटक अतिरिक्त महासचिव संजय साहू ने कहा कि इंटक यूनियन में उचित पद नहीं मिलने से महत्वाकांक्षी लोग पलायन कर बीएमएस में जाकर उपदेश न दें। चुनाव आते ही प्रमोशन पॉलिसी में अज्ञानता वश खराब कहने वाले ही लोग अपने विभाग में लागू करवाते समय एवं प्रबंधन के साथ बैठक में विरोध नहीं करते।
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इंटक यूनियन भिलाई इस्पात संयंत्र में 4 कलस्टर में प्रमोशन पॉलिसी को बरकरार रखा है, जबकि बीएमएस यूनियन राउरकेला स्टील प्लांट में 2017 में नई प्रमोशन पॉलिसी लागू की है, जिसमें सिर्फ तीन क्लस्टर में समझौता किया गया है, जिसका परिणाम वहां के कर्मचारियों ने उन्हें बता दिया।
बीएमएस के वेतन समझौता के विरोध के कारण एनजीसीएस की बैठक में देरी हुई। यह सेल के कर्मचारियों के सब-कमेटी की बैठक में शामिल नहीं होते और ठेका श्रमिकों के सब-कमेटी की बैठक में जरूर शामिल होते हैं, इन्हें सेल के कर्मचारियों से कोई लेना देना नहीं है।
चुनाव की वजह से बीएमएस ने हड़ताल में लिया था हिस्सा
बैठक में इंटक पदाधिकारियों ने कहा कि राउरकेला स्टील प्लांट में चुनाव हो रहा था। इस कारण बीएमएस यूनियन पहली बार हड़ताल में भाग लिया और बैठक को 6 महीने देरी करवाया, जबकि केंद्र में इनकी सरकार है। एमओयू को मंत्री से रुकवाने का प्रयास किया, जिसका परिणाम यह है कि राउरकेला स्टील प्लांट के कर्मचारियों ने इन्हें बुरी तरह हरा दिया।
इंटक यूनियन का हड़ताल एवं संघर्ष का लंबा इतिहास है, जिसका परिणाम है कि कर्मचारियों को जो सुविधा मिल रही है, उसमें इंटक यूनियन का विशेष योगदान है।
बीएमएस की विचारधारा वाली सरकार बेच रही कंपनियां
पदाधिकारियों ने कहा कि बीएमएस की सरकार आज सार्वजनिक क्षेत्र के लाभ कमाने वाली कंपनियों को पूंजी पतियों के हाथ में बेच रही है। बीएमएस बताएं कि आज तक उन्होंने कर्मचारी हित में क्या कार्य किया। विरोध करने से जीत हासिल नहीं होती।
इंटक ने गिनाए अपने कार्य
पदाधिकारियों ने कहा कि इंटक यूनियन ने आज तक श्रमिक हित में बहुत से कार्य किए, जिसमें वेतन समझौता, वेरिएबल पर्क्स, सेल पेंशन स्कीम, सीपीएफ का टॉप-अप, आवास आवंटन में सब्जेक्ट टू वेकेशन, 400 वर्ग फीट तक के आवास को लाइसेंस की सुविधा, बड़े आवासों को डी-ग्रेड करवा कर कर्मचारियों को आवंटन कराना, आवास आवंटन में सरलीकरण, सेल्फ कम्यूटेड लीव में 6 महीने में रद्द होने वाली छुट्टी को समाप्त कराना, लीव इंकैशमेंट चालू कराना, 50 लाख का कर्मचारियों के लिए दुर्घटना बीमा करवाना, कोविड-19 के संक्रमण में प्राइवेट अस्पतालों के इलाज के बिलों की प्रतिपूर्ति राशि दिलवाने जैसे श्रमिक हित में बहुत से कार्य किए हैं।