सूचनाजी न्यजू, रायपुर। जम्मू और कश्मीर में पिछला चुनाव साल 2014 में हुआ था। तब भारतीय जनता पार्टी (BJP) व जम्मू और कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) ने अप्रत्याशित रूप से गठबंधन कर लिया था। इस गठबंधन ने सभी को चौंका दिया था। क्योंकि बीजेपी और पीडीपी की विचारधाराएं बिन्न है। दोनों ही राजनीतिक पार्टियों की लाइनें एकदम अलग-अलग है। खैर, बाद में यही कहा जाता रहा कि ‘यही तो राजनीतिक है और पालिटिक्स में सब संभव है। कुछ भी असंभव टाइप की चीजें नहीं है’।
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-जानें तब क्या था विधानसभा का समीकरण
गौरतलब है कि जम्मू और कश्मीर में 10 साल पहले विधानसभा के चुनाव हुए थे। साल 2014 के विधानसभा चुनाव में जम्मू और कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) ने 28 सीटें जीती थी। भारतीय जनता पार्टी (BJP) की झोली में 25 सीटें आई थी। जम्मू और कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) को 15 सीट पर जीत मिली थी। जबकि ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC-कांग्रेस) को 12 सीट से संतोष करना पड़ा था। जम्मू और कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस को दो सीट मिली थी। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) को एक सीट पर जीत मिली थी।
जम्मू और कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी ने 60 सीट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन पार्टी का कही भी खाता तक नहीं खुल पाया था। जबकि तीन निर्दलीय ने यहां जीत हासिल की थी। एक सीट अन्य के खाते में गई थी। तक यानी साल 2014 के विधानसभा चुनाव में PDP और BJP ने गठबंधन करके सभी को चौंका दिया था। दोनों ही दल ने मिलकर प्रदेश में गठबंधन की सरकार बनाई थी। हालांकि यह सरकार ज्यादा दिन तक टिक नहीं पाई थी।