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Bhilai Steel Plant: कर्मचारी और उनकी पत्नी की जान बची, जर्जर आवास से बढ़ा और खतरा

Bhilai Steel Plant: कर्मचारी और उनकी पत्नी की जान बची, जर्जर आवास से बढ़ा और खतरा
  • ऑनलाइन शिकायत कर चुके हैं। दो बार सर्वे हो चुका है। सेक्टर-8 आफिस में लहरी से मिल चुके हैं। लेकिन कुछ भी नहीं हुआ।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल भिलाई स्टील प्लांट के रेल मिल के कर्मचारी और उनकी पत्नी की जान बाल-बाल बच गई। अन्यथा बड़ा हादसा हो जाता। कमरे की छत का प्लास्टर टूटकर गिर गया। पंखे के ऊपर गिरते हुए जमीन पर बिखर गया। गनीमत था कि हादसे के वक्त घर पर कोई मौजूद नहीं था। पंखा बंद था। पंखा अगर ऑन होता तो प्लास्टर का टुकड़ा जान तक ले लेता।

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जिस स्थान पर प्लास्टर टूटकर गिरा है, उसी रास्ते से दिनभर तीनों कमरों में आवाजाही होती है। यहीं सोफा रखा हुआ है। प्लास्टर कब गिरा, यह पता नहीं चल सका है, क्योंकि कर्मचारी पत्नी के साथ मध्य प्रदेश के बैतुल गए हुए थे। दो दिन बाद लौटे कर्मचारी ने जब मंगलवार को घर का दरवाजा खोला तो सामने का मंजर देख दहल उठे। काफी देर तक सुन पड़े रहे। पत्नी की आंखें डबडबा गईं। इसके बाद पति-पत्नी ने ईश्वर का शुक्रिया अदा किया।

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रूआबांधा सेक्टर के 67/C आवास में बीएसपी के रेल मिल में कार्यरत परसराम भागबोले पत्नी के साथ रहते हैं। किसी कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए 23 जुलाई को बैतुल गए थे। मंगलवार को गोंडवाना एक्सप्रेस से लौटे। घर का दरवाजा खोलने पर पता चला कि प्लास्टर टूटकर गिरा हुआ है।

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कर्मचारी ने सूचनाजी.कॉम को बताया कि मेन रास्ते में घटना हुई है। इसी रास्ते से तीनों रूम में आना-जाना होता है। घर की हालत बहुत खराब है। लगातार शिकायत करने के बाद भी कोई ध्यान नहीं दिया जाता है। बालकनी, डोर, प्लास्टर का सर्वे करके टीम गई, लेकिन आज तक कोई कार्य नहीं हुआ।

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ऑनलाइन शिकायत कर चुके हैं। दो बार सर्वे हो चुका है। सेक्टर-8 आफिस में लहरी से मिल चुके हैं। लेकिन कुछ भी नहीं हुआ। बालकनी का दरवाजा सिर्फ नाममात्र का है। घर की स्थिति बहुत खराब है। किसी समय भी बड़ा हादसा हो सकता है।

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