भिलाई टाउनशिप के कब्जेदारों की गुंडई का मामला सेफी लेकर पहुंचा इस्पात मंत्रालय
सेफी अध्यक्ष नरेंद्र कुमार बंछोर ने बताया कि वर्तमान में भिलाई नगर में अनेक अवैध कब्जे हो चुके, जिन्हें कपितय संरक्षण प्राप्त है। इन अवैध कब्जों के द्वारा उपयोग किए जा रहे विद्युत आपूर्ति का आर्थिक भार इस्पात संयंत्र के उन कार्मिकों पर आता है, जो भिलाई टाउनशिप में रहते हैं।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई टाउनशिप में कब्जेदारों की गुंडई और राजनीतिक संरक्षण का मामला इस्पात मंत्रालय पहुंच चुका है। स्टील एग्जीक्यूटिव फेडरेशन ऑफ इंडिया-सेफी के चेयरमैन नरेंद्र कुमार बंछोर ने इस्पात राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते से मुलाकात की। कब्जेदारों पर नकेल कसने के लिए सरकार से सहयोग मांगा। वर्तमान में चल रही बेदखली की कार्रवाई में राजनीतिक दखल की पूरी जानकारी इस्पात राज्यमंत्री को दी है।
सेफी अध्यक्ष नरेंद्र कुमार बंछोर ने बताया कि वर्तमान में भिलाई नगर में अनेक अवैध कब्जे हो चुके, जिन्हें कपितय संरक्षण प्राप्त है। इन अवैध कब्जों के द्वारा उपयोग किए जा रहे विद्युत आपूर्ति का आर्थिक भार इस्पात संयंत्र के उन कार्मिकों पर आता है, जो भिलाई टाउनशिप में रहते हैं। नगर सेवा द्वारा समय-समय पर इन अवैध आवास/विद्युत आपूर्ति को हटाने के प्रयासों पर इनके संरक्षकों द्वारा भांति-भांति से बाधा पहुंचाई जाती है।
सेफी ने इस्पात मंत्रालय से बीएसपी आवासों/जमीनों में हुए अवैध कब्जों को खाली करवाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करने का आग्रह किया। केंद्र सरकार के अधीन आने वाली इकाई की जमीन और मकान पर कब्जेदा लंबे समय से काबिज हैं। नगर सेवाएं विभाग के इंफोर्समेंट डिपार्टमेंट द्वारा लगातार बेदखली की कार्रवाई की जा रही है। इस कार्रवाई के विरोध में राजनीतिक संरक्षण प्राप्त लोग बार-बार सामने आ रहे हैं।
दिल्ली दौरे पर पहुंचे सेफी चेयरमैन एके बंछोर ने मंत्री से मिलकर घटनाक्रम की जानकारी दी। इधर-भिलाई स्टील प्लांट के कर्मचारियों ने भी सीएम भूपेश बघेल से मुलाकात करने की रणनीति बनाई है। उम्मीद जताई जा रही है कि बीएसपी के अधिकारी व कर्मचारियों का प्रतिनिधिमंडल जल्द ही सीएम हाउस पहुंचेगा।