अधिकारियों को 281 करोड़ मिला पीआरपी, दहशरा में और मिलेगा 664 करोड़, ग्रेच्युटी सिलिंग से 65 करोड़ की बचत, इधर-वेतन समझौते पर खर्च हुआ 4 करोड़
ग्रेच्युटी सिलिंग लागू करने के बाद कंपनी ने सेवानिवृत्त कर्मचारियों से करीब 65 करोड़ रुपये की बचत की है।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। वित्तीय वर्ष 2021-22 के सेल का परिणाम घोषित हो चुका है। रिजल्ट की एक-एक बातों का अध्ययन किया जा रहा है। खासतौर से बकाया एरियर का इंतजार कर रहे कर्मचारी बारीकी से समीक्षा कर रहे हैं। अधिकारी वर्ग और कर्मचारी वर्ग के लिए खर्च की गई राशि पर फोकस किए हुए हैं। वेतन समझौता और वित्तीय परिणाम को लेकर सोशल मीडिया पर कर्मचारी बयानबाजी कर रहे हैं। अपनी भड़ास निकाल रहे हैं।
सोशल मीडिया पर कर्मचारी लिख रहे हैं कि सेल अधिकारियों को वित्तीय वर्ष 2020-22 के लिए पीआरपी 281 करोड़ रुपए मई में भुगतान किया गया है। वित्तीय वर्ष 2021-22 के फाइनेंशियल रिजल्ट के आधार पर पीआरपी मद में 664 करोड़ रुपए दशहरा के अवसर पर भुगतान किया जाएगा। इस साल के कर पूर्व लाभ का 3 फीसद और इस वित्तीय वित्तीय के डिफरेंस के 2 फीसद के फॉर्मूले पर पीआरपी तय की जाती है।
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इस वर्ष कर पूर्व लाभ 16038 करोड़ में से पिछले साल के प्राफिट 6879 को घटा देते हैं। इसे इंक्रीमेंटल प्रॉफिट बोलते हैं। इसका 2 प्रतिशत पीआरपी में काउंट होता है। इस आधार पर 664 करोड़ रुपए पीआरपी मद में आ रहा है।
तो क्या एरियर की राशि को भूल जाएं
सोशल मीडिया पर सेल की एक रिपोर्ट को साझा की जा रही है। इसको नजीर बनाकर कर्मी लिख रहे हैं कि एरियर की राशि को भूल जाएं। रिटायर तथा बुद्धिहीन लोगों की वजह से कई लाख का नुकसान तय है। अब कोर्ट ही सहारा है…। सभी टाइम पास कर रहे हैं, ताकि कर्मचारी खुद शांत हो जाएं।
मीटिंग की सेटिंग पर 4.24 करोड़ खर्च
इस रिपोर्ट के अनुसार शानदार वेतन समझौते कराने का खर्चा मीटिंग सेटिंग पर 4.24 करोड़ रुपए आया था। इसी तरह 837 करोड़ रुपया कर्मचारियों-अधिकारियों के वेतन वृद्धि लाभ और खर्च पर और 567 करोड़ रुपया वास्तविक लाभ के लिए अतिरिक्त खर्चा करना पड़ा है। वेतन समझौता 1 अप्रैल 2020 से लागू हुआ है। 39 महीना का एरियर्स पर कोई बात नहीं की गई है। वहीं, राउरकेला के एक कर्मचारी ने लिखा कि ग्रेच्युटी सिलिंग लागू करने के बाद कंपनी ने सेवानिवृत्त कर्मचारियों से करीब 65 करोड़ रुपये की बचत की है।