BSP से कर्मचारियों संग रिटायर हो गए अधिकारी, ओए ने दी विदाई, जानिए नाम
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट के महाप्रबंधक सहित कई अधिकारी रिटायर हो गए। कर्मचारियों के अलावा अधिकारियों के रिटायर होने से विभागों में प्रेशर बढ़ गया है। जनवरी में रिटायर अधिकारियों को बीएसपी आफिसर्स एसोसिएशन (BSP OA) ने प्रगति भवन में सम्मान समारोह का आयोजन किया।
इस सम्मान समारोह में सेवानिवृत्त अधिकारियों में जीएम ध्रुव नाथ केशरी (एसएमएस-2), अरविंद रतन (पर्सनल), डीजीएम विवेकानंद तिवारी (एसएमएस-3), लखन लाल मीणा (ब्लास्ट फर्नेस) को विदाई दी गई है। एजीएम रविन्द्र कुमार चौधरी (आरएमपी-1), सीनियर मैनेजर राजेन्द्र कुमार बालपाण्डे (प्रोजेक्ट), धरम सिंह पाल (ब्लास्ट फर्नेस), सतेन्द्र कुमार देवांगन (एसएमएस-2), सीवीबी राव (ओएचपी) को इन्हें पौधे एवं चेक प्रदान कर सम्मानित किया गया।
सम्मान समारोह में सेफी चेयरमेन एवं ओए अध्यक्ष नरेंद्र कुमार बंछोर ने कहा कि भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा अनेकों बार जो उपलब्धियां हासिल किया गया है, उन उपलब्धियां को हासिल करने में इन्हीं वरिष्ठ अधिकारियों का अहम योगदान है। भिलाई इस्पात संयंत्र ने 11 बार प्रधानमंत्री ट्राफी जीती है। यह ट्राफी इन्हीं वरिष्ठ अधिकारियों के अनुभव एवं कुशल मार्गदर्शन का महत्वपूर्ण योगदान है।
हमारे सेवानिवृत्त अधिकारी अपने अपने कार्यक्षेत्र में अनुभवी विशेषज्ञ रहे हैं, हमें अपने वरिष्ठ अधिकारियों के सानिध्य में रहकर उनके अनुभवों व मार्गदर्शन का लाभ लेना चाहिए। भविष्य में भी ये अपनी सेवाएं समाज व प्रदेश के विकास में निरंतर देते रहेंगें। श्री बंछोर ने अधिकारियों के हित में सेफी व ओए-बीएसपी द्वारा ईपीएस-95 सहित किये जा रहे अन्य प्रयासों के बारे में विस्तार से बताया।
सेवानिवृत्ति पर अवकाश नकदीकरण पर दिए गए आयकर छूट पर खुशी जाहिर करते हुए उन्होंने बताया कि यह नेशनल कन्फेडरेशन ऑफ ऑफिसर्स एसोसिएशन(एनसीओए) तथा सेफी के लंबे संघर्ष का नतीजा है। हमने सरकार के समक्ष अपनी मांगों को बड़े तार्किक व पुख्ता ढंग से रखा था।
साथ ही इस संदर्भ में निरंतर पत्र व्यवहार व बैठकों का दौर जारी था। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने 01.02.2023 को बजट भाषण में, सार्वजनिक उपक्रमों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति पर मिलने वाले अवकाश नगदीकरण राशि पर आयकर छूट देने की मांग को केन्द्रीय बजट में स्वीकार कर लिया, जिसमें सेवानिवृत्ति के अवकाश नकदीकरण की कर छूट की सीमा को मौजूदा 3 लाख से बढ़ाकर 25 लाख करने की मांग की गई थी।
यह उन लाखों केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए एक बड़ी राहत है, जिन्हें अपने अवकाश नकदीकरण का एक बड़ा हिस्सा कर के रूप में चुकाना पड़ता था।
ओए महासचिव परविन्दर सिंह सेवानिवृत्त अधिकारियों द्वारा अपने सेवाकाल में किए गए उत्कृष्ट कार्यों का वर्णन करते हुए उनके उज्जवल भविष्य व सुखद स्वास्थ्य की कामना की और कहा कि अधिकारी गण सेवा में रहकर संयंत्र व सेल को नई उॅचाईयो तक पहुंचाने मे उल्लेखनीय योगदान दिये हैं। उन्होंने अपने संदेश में बताया कि वर्ष 2015 में हमारी ओए कमेटी का गठन हुआ उस समय कई ज्वंलतशील मुद्दे थे जो सुलझ नहीं पाए थे।
वर्ष 2015 से 2023 तक वर्तमान ओए कमेटी ने एकजुट होकर सभी मुद्दों को सुलझाने का सफल प्रयास किया। आज ओए सवोच्च शिखर पर है। इसका श्रेय सेफी चेयरमेन एवं ओए अध्यक्ष नरेन्द्र कुमार बंछोर को जाता है, जिनके अथक प्रयासों से सेल के लगभग सभी लंबित मुद्दों का समाधान हो सका। श्री बंछोर के नेतृत्व क्षमता के कारण ही ओए ने कई उपलब्धियां हासिल की है।
सेवानिवृत्त अधिकारियों द्वारा अपने सेवाकाल में किए गए उत्कृष्ट कार्यों का वर्णन किया। सेवानिवृत्त अधिकारियों ने अपनी सेवा काल के अविस्मरणीय क्षणों को संक्षिप्त में उल्लेख किया। उन्होंने ओए के द्वारा किए गये सफल प्रयासों की सराहना करते हुए भविष्य में भी लम्बित मांगों पर आवष्यक पहल करते रहने की अपील की।
कार्यक्रम का संचालन ओए जोनल प्रतिनिधि विजय सिंह पवार ने किया। कार्यक्रम में ओए सेफी नामिनी अजय कुमार, कोषाध्यक्ष अंकुर मिश्रा, उपाध्यक्ष द्वय निखिल पेठे, जीपी. सोनी, जोनल प्रतिनिधि संतोष कुमार सिंह, प्रदीप मेनन, राकेश सिंह ठाकुर, दिवाकर सिरमौर, एच.एल. सोनवानी, विक्रांत शरण, एमएआर शरीफ, डीपीएस बरार, राधाकिशुन, पी.सी. राउल, आरके. महाराणा, अजय कुमार चौधरी सहित बड़ी संख्या में अधिकारी उपस्थित थे।