एक बार फिर केके सिंह जा रहे दिल्ली, डायरेक्टर पर्सनल बनते वापसी पर विराम, सेल चेयरमैन की कुर्सी पर हो सकते हैं विराजमान
सेल में जुलाई 1988 को जूनियर मैनेजर के रूप में भिलाई इस्पात संयंत्र से अपना करियर प्रारंभ किया। चीफ एजुकेशन आफिसर भी रह चुके हैं।
अज़मत अली, भिलाई। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल के डायरेक्टर पर्सनल की कुर्सी पर बैठने के लिए केके सिंह दिल्ली जाने वाले हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि जून के आखिरी सप्ताह तक उनकी रवानगी हो जाएगी। कैबिनेट से डायरेक्टर पर्सनल पद पर चयनित केके सिंह के नाम पर मुहर लगते ही 24 घंटे के भीतर इन्हें कार्यभार संभालना होगा। कैबिनेट से मंजूरी की तारीख नजदीक आ चुकी है। इधर-केके सिंह को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है।
भिलाई स्टील प्लांट से कॅरियर की शुरुआत और बतौर ईडी दो कार्यकाल संभालने वाले केके सिंह की भिलाई वापसी की गुंजाइश पर विराम लग जाएगा। 2018 में सेल कॉरपोरेट आफिस से वह बीएसपी के ईडी पीएंडए की कमान संभालने के लिए आए थे। साल 2017 को महाप्रबंधक के रूप में सेल के दिल्ली स्थित कारपोरेट कार्यालय के आपरेशन डायरेक्टरेट में पदस्थ किए गए थे। 2017 में केके सिंह कारपोरेट आफिस में सतर्कता विभाग के महाप्रबंधक बने और मार्च 2018 को महाप्रबंधक प्रभारी बनाए गए।
इसके बाद नवम्बर 2018 में पदोन्नात होकर भिलाई इस्पात संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) बनाए गए थे। अक्टूबर 2019 को उनका तबादला कार्पोरेट आफिस में हो गया था। जहां से बीते 31 दिसम्बर को उनका स्थानांतरण कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) के रूप में भिलाई इस्पात संयंत्र किया गया। एक बार फिर केके सिंह दिल्ली रवाना हो रहे हैं, लेकिन प्रमोशन के साथ। इसलिए भिलाई वापसी की संभावना पर विराम लग गया है।
साल 2027 में रिटायरमेंट है। इधर-सेल चेयरमैन सोमा मंडल अप्रैल 2023 में रिटायर हो रही हैं। चेयरमैन पद के लिए केके सिंह भी पात्र हो जाएंगे। माना जा रहा है कि इंटरव्यू में वह बैठेंगे। केके सिंह के पक्ष में सबकुछ रहा तो चेयरमैन की कुर्सी तक सफर कर सकते हैं।
बीएचयू से इंजीनियरिंग और इग्नू से मानव संसाधन प्रबंधन में किया पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा
-भिलाई इस्पात संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) केके सिंह बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बी टेक की उपाधि हासिल की है।
-उन्होंने इंदिरा गांधी ओपन यूनिवर्सिटी से मानव संसाधन प्रबंधन में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा किया है।
-उन्होंने सेल में जुलाई 1988 को जूनियर मैनेजर के रूप में भिलाई इस्पात संयंत्र से अपना करियर प्रारंभ किया।
-जून 1996 को प्रबंधक के रूप में पदोन्नात हुए और ब्लूमिंग एण्ड बिलेट मिल में अपनी सेवाएं दी। जून।
-2001 को वरिष्ठ प्रबंधक के रूप में पदोन्नात होकर मानव संसाधन विकास विभाग में पदस्थ हुए। जहां वे जून, 2005 को सहायक महाप्रबंधक बनाए गए।
-फरवरी 2008 को नगर सेवाएं विभाग के तहत संचालित शिक्षा विभाग में चीफ एजुकेशन आफिसर के रूप में पदस्थ हुए। यहां रहते हुए जून 2010 में उपमहाप्रबंधक (शिक्षा) के रूप में पदोन्नात हुए।
-डीजीएम के रूप में ही शिक्षा विभाग से उनका स्थानांतरण अगस्त, 2011 को सीईओ सचिवालय किया गया।
-जून, 2015 को उन्हें महाप्रबंधक के रूप में पदोन्नात किया गया। फरवरी, 2017 को महाप्रबंधक के रूप में सेल के दिल्ली स्थित कारपोरेट कार्यालय के आपरेशन डायरेक्टरेट में पदस्थ किये गए।
-2017 में के के सिंह कारपोरेट आफिस में सतर्कता विभाग के महाप्रबंधक बने और मार्च 2018 को महाप्रबंधक प्रभारी बनाए गए।
-नवम्बर 2018 में पदोन्नात होकर भिलाई इस्पात संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) बनाए गए थे। अक्टूबर, 2019 को उनका तबादला कार्पोरेट आफिस में हो गया था।