भारतीय रेल आंदोलन की वर्तमान दिशा और दशा पर मंथन के साथ कर्मचारियों को एकजुट करने की तैयारी
वाराणसी कार्यशाला में ECR, NCR, WCR, NER, NR, RCF, DMW पटियाला, बनारस व रायबरेली उत्पादन इकाई से रेलवे जोन के कैडर काफी संख्या में सम्मिलित हुए।
सूचनाजी न्यूज, वाराणसी। इंडियन रेलवे इम्प्लाइज फेडरेशन का एक दिवसीय कार्यशाला बनारस रेल इंजन कारखाना में हुआ। कर्मचारी क्लब में औद्योगिक क्रांति और मजदूर, मजदूर आंदोलन का इतिहास, भारतीय रेल आंदोलन की वर्तमान दिशा और दशा पर मंथन किया गया। इसके अलावा चार श्रमिक संहिता, राष्ट्रीय मौद्रीकरण पाइप लाइन, जनता की सवारी भारतीय रेलवे के निजीकरण, निगमीकरण की चुनौती और रेलवे में कार्यरत संगठित और असंगठित कर्मचारियों की भूमिका व आई टी सेल के महतावपूर्ण विषयों पर संपन्न हुई।
ये खबर भी पढ़ें: Gama Pehlwan 144th Birth Anniversary: आधा लीटर घी और छह देशी चिकन डकार जाते थे गामा पहलवान, अमृतसर में जन्म और लाहौर में हुआ था इंतकाल

कार्यशाला में प्रशिक्षक के रूप में बीएचयू के अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रो. एन के. मिश्रा, वरिष्ठ ट्रेंड यूनियन लीडर व लेखक वीके. सिंह, वरिष्ठ रेल यूनियन लीडर जेएन. शाह, गोरखपुर, राजीव डीमरी राष्ट्रीय महासचिव ऐक्टू, वरिष्ठ रेल यूनियन लीडर जुमेरदीन पटियाला, वरिष्ठ रेल यूनियन लीडर रवि सेन-कोलकाता, एनएन बनर्जी, किशानु भट्टाचार्य, चितरंजन इत्यादि शामिल रहें। कार्यक्रम का संचालन डॉ. कमल उसरी और धन्यवाद ज्ञापन IREF के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज पांडेय ने किया।
कार्यशाला में भागीदारी कर रहे कैडरों एवं वक्ताओं का स्वागत डीएलडब्ल्यू रेल मजदूर यूनियन के अध्यक्ष प्रदीप कुमार यादव ने किया। कार्यशाला में मुख्य रूप से IREF के राष्ट्रीय महासचिव सर्वजीत सिंह, राजेन्द्र प्रसाद पाल, महासचिव FANPSR सुशील सिंह, मृत्युंजय भास्कर, कौशल चौरसिया, सरोज सिंह, चितरंजन, मदन कुमार, संजय यादव इत्यादि उपस्थित रहे।

वाराणसी कार्यशाला में ECR, NCR, WCR, NER, NR, RCF, DMW पटियाला, बनारस व रायबरेली उत्पादन इकाई से रेलवे जोन के कैडर काफी संख्या में सम्मिलित हुए। सोमवार को बनारस रेल इंजन कारखाने में इंडियन रेलवे इम्पलाइज फेडरेशन की राष्ट्रीय बैठक और शाम को रेलवे के निजीकरण, निगमीकरण व एनपीएस के खिलाफ आम सभा होगी।