Ram Vilas Paswan Jayanti: कोई लौटा दो रामविलास…सेल कर्मियों को उन्हीं से आस
साल 2008 में बतौर इस्पात मंत्री रामविलास पासवान सेल की 50वीं वर्षगांठ पर भिलाई आए। कर्मचारियों और अधिकारियों को 8 ग्राम सोने का तोहफा दिया था।
अज़मत अली, भिलाई। 11 में से 9 लोकसभा चुनाव जीतने और 6 प्रधानमंत्रियों के साथ काम करने वाले रामविलास पासवान को उनके चाहने वाले आज याद कर रहे हैं। देश रामविलास पासवान की जयंती मना रहा है। हर कोई गुजरी बातों का याद कर रहा है। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल के कर्मचारी उन्हें अपना मसीहा समझते हैं। बतौर इस्पात मंत्री रामविलास पासवान ने वह कर दिखाया, जो आज के मंत्री कर नहीं पा रहे हैं। जो कहा…सो किया। वही होकर रहा…।
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सेल कार्मिकों के जेहन में आज भी रामविलास पासवान की घोषणाएं और हाथों में आए 8 ग्राम सोने का सिक्का याद है। बीआरपी का सेल में मर्ज करना, हाउस लीज के छठे चरण की घोषणा, ठेका मजदूरों के लिए एडब्ल्यूए की राशि शुरू करने का श्रेय रामविलास पासवान को ही जाता है। पासवान जी से कई राउंड की मुलाकात कर चुके लोकतांत्रिक इस्पात एवं इंजीनियरिंग मजदूर यूनियन-लोइमू के कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र परगनिहा सूचनाजी.कॉम को बताते हैं कि बतौर इस्पात मंत्री रामविलास पासवान ने क्रांति किया है।
भिलाई रिफ्रेक्ट्री यूनिट का वह संकट काल सभी ने देखा है। कर्मचारियों को पेमेंट तक नहीं मिल पाता था। बीआरपी इंटक यूनियन के अध्यक्ष कौशिकजी रामविलास पासवान के पास गए। पूरे मामले की जानकारी दी। मंत्रीजी ने इंटक अध्यक्ष के सामने अधिकारियों को बुलाया और कहा-बीआरपी को सेल में मर्ज कर दीजिए…। अधिकारी कुछ बोलना शुरू करते उससे पहले ही टोकते हुए कहा-मैं कुछ नहीं जानता हूं। इसको सेल में मर्ज करके फाइल मेरे पास लेकर आइए। कैसे करेंगे, यह आप जानो…। आखिरकार बीआरपी सेल में मर्ज हो गया।
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सेल कर्मचारियों के घरों में आज भी चलता है मंत्री का सिक्का
साल 2008 में बतौर इस्पात मंत्री रामविलास पासवान सेल की 50वीं वर्षगांठ पर भिलाई आए। कर्मचारियों और अधिकारियों को 8 ग्राम सोने का तोहफा दिया। नौ फरवरी को सार्वजनिक मंच से हाउस लीज के छठे चरण की घोषणा की, उस मंच पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेम प्रकाश पांडेय भी मौजूद थे। भिलाई सीटू के सहायक महासचिव एसएसके पनिकर कहते हैं कि दूरदर्शी मंत्री थे। मजदूरों के हित में कई ऐसे काम कर गए, जिसको याद किया जा रहा है। इसी तरह के मंत्री की आज सेल में जरूरत है।
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बोकारो ने भी किया रामविलास पासवान को याद
सेल एससी-एसटी इम्प्लाइज फेडरेशन बोकारो यूनिट के अध्यक्ष शंभू कुमार ने स्व. रामविलास पासवान की जयंती पर उन्हें नमन किया। इस अवसर पर मैंने उनके जीवन के कुछ अंश फोटो के रूप में साझा किया। शंभु कुमार ने कहा-रामविलास पासवान भारतीय राजनीति के प्रमुख नेताओं में से एक थे। लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक पासवान जी पिछले 32 वर्षों में 11 चुनाव लड़ चुके हैं और उनमें से नौ जीते थे। आखिरी बार उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा लेकिन सत्रहवीं लोकसभा में उन्होंने मोदी सरकार में एक बार फिर से उपभोक्ता मामले के मंत्री पद की शपथ ली।
सर्वाधिक वोटों से चुनाव जीतने का रिकॉर्ड
रामविलास पासवान हाजीपुर संसदीय सीट से अपने पहले ही चुनाव में 1977 में 4 लाख 24 हजार मतों से चुनाव जीतकर अपना नाम गिनीज बुक ऑफ द वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराया था। इसके बाद उन्होंने 1989 में अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा था। उन्होंने कांग्रेस के महावीर पासवान को 5 लाख 4 हजार 448 मतों के अंतर से हराया था। इस तरह से उन्होंने अपनी रिकॉर्ड मतों से मिली जीत से देश भर में एक अहम पहचान बनाई और बिहार ही नहीं देश में दलित चेहरे के तौर पर जगह बनाने में कामयाब रहे।