राउरकेला स्टील प्लांट के ब्लास्ट फर्नेस-5 ने जड़ा एक और ताज, 21 मिलियन टन हॉट मेटल का बनाया कीर्तिमान
फर्नेस-5 ने मार्च 2018 में 10 मिलियन टन हॉट मेटल उत्पादन को पार कर लिया था। फरवरी 2020 में 15 मिलियन टन हॉट मेटल उत्पादन और जनवरी 2022 में 20 मिलियन टन को पार किया था।
सूचनाजी न्यूज, राउरकेला। राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) के ब्लास्ट फर्नेस -5 ने एक और कीर्तिमान स्थापित किया है। 21 मिलियन टन हॉट मेटल उत्पादन के लक्ष्य को हासिल कर लिया है। कार्मिकों ने इसका जश्न उत्कृष्टता के नए शिखर को तेजी से छूने के दृढ़ संकल्प और उत्साह के साथ मनाया। निदेशक प्रभारी ने केक काटा।
निदेशक प्रभारी (आरएसपी) अतनु भौमिक समारोह में शामिल हुए। उनके साथ कार्यपालक निदेशक (खान) एके कुंडू, कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) एसआर सूर्यवंशी, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (सामग्री प्रबंधन एवं विपणन) सीआर महापात्र, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (वित्त एवं लेखा) एके.बेहुरिया, मुख्य महाप्रबंधक (ब्लास्ट फर्नेस) बीआर बाबू और संयंत्र के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने इस सफलता उत्सव में भाग लिया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में ब्लास्ट फर्नेस एवं अन्य संबंधित विभागों के कर्मचारी भी उपस्थित थे।

मील के पत्थर को पार करने के लिए बीएफ-5 और अन्य संबद्धित विभागों को बधाई देते हुए अतनु भौमिक ने कहा, “हमारे पास अच्छा प्रदर्शन जारी रखने और अधिक दक्षता के साथ महत्वपूर्ण मील के पत्थर तक पहुंचने की जबरदस्त क्षमता है। आइए आरएसपी को देश का सबसे अच्छा इस्पात संयंत्र बनने में मदद करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दें।”
कुंडू ने महत्वपूर्ण मील के पत्थर को पार करने के लिए बीएफ -5 कर्मीसमूह को बधाई दी और सामूहिक लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रयास करने का आह्वान किया। एसआर सूर्यवंशी ने बीएफ-5 की शानदार यात्रा की सराहना की और सामूहिक रूप से नए रिकॉर्ड बनाने का सिलसिला जारी रखने का आग्रह किया। महापात्रा और श्री बेहुरिया ने भी अपने संबोधन में कर्मीसमूह को बधाई दी और उनसे अपने सभी प्रयासों में लागत और गुणवत्ता के प्रति जागरूक रहने का आग्रह किया।
बता दें कि देश के सबसे बड़े ऑपरेटिंग ब्लास्ट फर्नेस में से एक, बीएफ-5 ने 19 मई 2022 को 21 मिलियन टन का आंकड़ा पार कर लिया था। फर्नेस ने मार्च 2018 में 10 मिलियन टन हॉट मेटल उत्पादन को पार कर लिया था। फरवरी 2020 में 15 मिलियन टन हॉट मेटल उत्पादन और जनवरी 2022 में 20 मिलियन टन को पार किया था।