- एनजेसीएस लीडर राजेंद्र सिंह का क्या पक्ष है, यह आप खबर में विस्तार से पढ़िए।
अज़मत अली, भिलाई। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (Steel Authority of India Limited) इस बार कितना बोनस देगी, इसका फैसला 17 अक्टूबर को हो जाएगा। बोनस फॉर्मूला जो बना है, उस हिसाब से करीब 28 हजार रुपए ही आ रहा है। और यही फॉर्मूला 3 साल तक रहेगा।
अब सवाल ये है कि पिछली बार 40 हजार 500 रुपए बोनस लेने के बाद इस बार 28 हजार में कर्मचारी कैसे राजी होंगे। इसका जवाब एनजेसीएस यूनियन नेताओं से लिया गया। एनजेसीएस लीडर राजेंद्र सिंह का क्या पक्ष है, यह आप खबर में विस्तार से पढ़िए।
Suchnaji.com ने एनजेसीएस सदस्य (NJCS Member) व एचएमएस महासचिव राजेंद्र सिंह से सीधा सवाल किया कि आप लोगों ने बोनस फॉर्मूले (Bonus Formula) पर साइन किया है, अब कैसे इसको नजर अंदाज कर पाएंगे। इनका स्पष्ट जवाब था कि बोनस फॉर्मूला (Bonus Formula) पत्थर की लकीर नहीं है। पहले भी फॉर्मूला था, लेकिन साढ़े 40 हजार तक पहुंचे। SAIL चेयरमैन अमरेंदु प्रकाश और डायरेक्टर पर्सनल केके सिंह से बातचीत होगी। कर्मचारी हित में फैसला लेने की मांग की जाएगी।
इस बार भी इससे अधिक पर जाएंगे। बोनस फॉर्मूला फाइनल होने के बाद प्रबंधन को कैसे राजी करेंगे? इस पर राजेंद्र सिंह ने कहा कि एनजेसीएस की मीटिंग इसीलिए हो रही है। सौदेबाजी (Bargaining) की जाएगी। फॉर्मूला एक सुविधा के लिए बनाया जाता है। स्केल पर ही अड़े नहीं रह सकते हैं। स्केल पर ही बोनस भुगतान करना है तो तब मीटिंग की क्या जरूरत? बोनस नहीं बढ़ेगा तो मीटिंग छोड़ देंगे।
ये खबर भी पढ़ें : SAIL Production-Productivity Meeting के बाद पहला आधिकारिक बयान, SAIL का Danger Game
उन्होंने कहा-प्रबंधन एकतरफा फैसला नहीं ले सकती है। सभी एनजेसीएस नेता दिल्ली में जुटेंगे और अपनी मांग को सामूहिक रूप से रखेंगे। फिलहाल, आपस में सारे लोग बातचीत करेंगे। इसके बाद ही आगे एक प्लानिंग के साथ बात रखी जएगी। लेकिन, इतना तो तय है कि बोनस फॉर्मूले के हिसाब से पिछली बार से कम में पैसा नहीं लेंगे। अगर, बात नहीं बनी तो कोई साइन नहीं करेगा। बैठक छोड़कर चले आएंगे।