- मनमानी तो देखिए एक तरफ 39 महीने का एरियर, नाइट शिफ्ट एलाउंस, सम्मानजनक बोनस, ठेका मजदूरों का रिवीजन जैसे मजदूरों के हक को डकार कर बैठी प्रबंधन बायोमेट्रिक में दिमाग खपा रही है।
सूचनाजी न्यूज, बोकारो। बोनस (Bonus) पर सेल प्रबंधन (SAIL Management) के एकतरफा फैसले के विरोध में क्रांतिकारी इस्पात मजदूर संघ (एचएमएस) के प्रधान कार्यालय में संघ के पदाधिकारियों की आवश्यक मीटिंग हुई। मीटिंग में सेल/बोकारो इस्पात संयंत्र (Bokaro Steel Plant) के सभी विभागों के यूनियन प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
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मीटिंग को संबोधित करते हुए संघ के महामंत्री सह-सदस्य एनजेसीएस राजेंद्र सिंह ने कहा कि 17 अक्टूबर को बोनस पर नई दिल्ली में हुई एनजेसीएस की मीटिंग सेल प्रबंधन के अड़ियल रवैये एवं संकुचित हृदय के कारण भंग हो गई।
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फरवरी में बने स्कीम के तहत कम से कम 28000 का बोनस बेस होना चाहिए था, मगर मजदूर विरोधी रवैये से प्रेरित प्रबंधन ने सिर्फ 21000 बेस बनाकर वार्ता की शुरुआत की और इसी पर अड़ियल रूख अपनाये रही।
सेल प्रबंधन की अचंभित कर देने वाली पेशकश को ठुकराते हुए सभी यूनियनों ने एकमत से बैठक का बहिष्कार किया। इसके बाद बिना किसी वार्ता या राय के प्रबंधन ने एकतरफा तुगलकी फैसला करते हुए 23000 की राशि बोनस के मद में सभी मजदूरों के खाते में भेज दिया।
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उन्होंने कहा-सेल प्रबंधन की मजदूरों के प्रति घृणा अब आखिरी सीमा तक पहुंच चुकी है। पाप का घड़ा भर चुका है प्रतिकार जरूरी है।
मनमानी तो देखिए एक तरफ 39 महीने का एरियर, नाइट शिफ्ट एलाउंस, सम्मानजनक बोनस, ठेका मजदूरों का रिवीजन जैसे मजदूरों के हक को डकार कर बैठी प्रबंधन बायोमेट्रिक में दिमाग खपा रही है।
इनको इतना भी पता नहीं है कि मजदूर अगर काम नहीं करते हैं तो रिकॉर्ड उत्पादन किसके बदौलत हो रहा है। अब सब्र सीमा से बाहर हो चुका है। मजदूर आंदोलित है। प्रबंधन ने 30 जून की पुनरावृत्ति के लिए मजदूरों को मजबूर कर दिया है।
रविवार को होने वाली एनजेसीएस की पांचों यूनियन की बैठक के बाद संयुक्त रूप से लड़ाई का निर्णय लिया जाएगा। सभी मजदूर संगठित और आक्रोशित है। प्रबंधन से अपने हक का पाई-पाई लेकर रहेंगे।
मीटिंग को शशि भूषण, शंभू प्रसाद,अरुण कुमार, दुर्गेश कुमार, संतोष कुमार, सुशील ठाकुर, धर्मेंद्र कुमार, राजेश महतो, एसएन सिंह आदि ने संबोधित किया।