- 14-15 अक्टूबर को धरना और नवंबर में हड़ताल की तैयारी है।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल कर्मचारियों (SAIL Employee) के बोनस विवाद (Bonus Issue) को शांत करने के लिए प्रबंधन ने बड़ा दांव खेल दिया है। पिछले साल की तरह इस बार भी बोनस राशि कर्मचारियों के खाते में जबरन भेज दी गई है। पिछले साल 23 हजार रुपए बोनस के रूप में दिया गया था, इस बार 26 हजार 500 रुपए दिया गया है। जबकि ट्रेनी को 21 हजार 200 रुपए दिया गया है।
शनिवार रात करीब पौने 10 बजे कर्मचारियों के खाते में पैसा आना शुरू हुआ। यह खबर लगते ही यूनियनों का तेवर और बढ़ गया। प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
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शनिवार को भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) और दुर्गापुर स्टील प्लांट (Durgapur Steel Plant) में प्रदर्शन हुआ। बोकारो और राउरकेला में होने वाला है। इसके बाद 14-15 अक्टूबर को धरना और नवंबर में हड़ताल की तैयारी है। मौजूदा घटना क्रम को देखते हुए रविवार को सभी यूनियन नेता आपस में बात करके आगे की रणनीति तय करेंगे। हो सकता है कि हड़ताल की तारीख में भी बदलाव कर दिया जाए।
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एसडब्ल्यूएफआई के महासचिव व एनजेसीएस सदस्य ललित मोहन मिश्र ने कहा कि अब हड़ताल के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है। प्रबंधन इसी की भाषा समझता है। इसके अलावा कोई दूसरा चारा नहीं है।
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एनजेसीएस (NJCS) सदस्य व एचएमएस के महासचिव राजेंद्र सिंह ने कहा कि लड़ाई जारी रहेगी। अगर, लड़ाई थम गई तो कर्मचारियों की सीधी हार होगी। साथ ही यूनियन करने का भी कोई मतलब नहीं है।
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एनजेसीएस (NJCS) वार्ता में शामिल इंटक बोकारो के महासचिव बीएन चौबे ने कहा कि हम सभी यूनियन के नेताओं ने तय किया है कि आंदोलन की धार को तेज करेंगे। बोकारो में प्रदर्शन होने जा रहा है, जो ऐतिहासिक होगी। हड़ताल पिछले सभी रिकॉर्ड को तोड़ देगा।
आखिर प्रबंधन ने किया अपनी मनमानी को अंजाम
26500 को सभी ट्रेड यूनियन द्वारा नकारते हुए आज सेल के सभी इकाइयों में ट्रेड यूनियनों द्वारा जबरदस्त प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शन की गरमाहट को देखते हुए प्रबंधन ने आनन फानन में लगभग रात 10:00 तक कर्मियों के खाते में पैसा डाल दिया, जिसके साथ ही यह स्पष्ट हो गया कि प्रबंधन अपनी मनमानी को अंजाम दे रहा है।
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कर्मी सिखाएंगे प्रबंधन को सबक
सीटू उपाध्यक्ष डीवीएस रेड्डी ने कहा कि प्रबंधन को जो करना था, वह कर चुका। अब कर्मियों की बारी है। प्रबंधन से बार-बार मजदूर विरोधी कदम ना उठाने की बात कहने के बावजूद एक तरफा फैसला लेना एवं मनमानी करना प्रबंधन की आदत में आ गया है। इसीलिए अब कर्मी आने वाले दिनों में प्रबंधन को सबक सिखाएंगे।
मनोबल तोड़ने का प्रयास
भड़के एचएमएस महासचिव प्रमोद कुमार मिश्र ने कहा कि प्रबंधन ऐसा सोच रहा है कि कर्मियों के खाते में पैसा आते ही कर्मी शांत पड़ जाएंगे। आंदोलन हवा हो जाएगा, इसीलिए कर्मियों का मनोबल तोड़ने के लिए यह प्रयास किया गया है। लेकिन कर्मियों के बीच चल रही बात कहीं से यह बात सामने आ रही है कि वह आर पार की लड़ाई का मन बना चुके हैं। और 14 एवं 15 अक्टूबर को होने वाले धरना एवं नवंबर में होने वाले हड़ताल में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे।
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