हाउस मेंटेनेंस के लिए सेल देता है 1050 से 1750 रुपए तक, इसे 25000 करने की उठी मांग

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल आवासों का मेंटनेंस समय पर नहीं होने से स्थिति बहुत खराब होती जा रही है। प्रबंधन प्रति कर्मचारी 1050, 1400 और 1750 रुपए ही अलग-अलग श्रेणी में देता है। यह राशि इतनी कम है कि मरम्मत कार्य असंभव होता है। इसलिए बीएसपी कर्मचारियों ने इस राशि को 25 हजार रुपए प्रति कर्मचारी करने की मांग की है।

मान्यता प्राप्त यूनियन इंटक की कार्यकारिणी बैठक में यह मुद्दा उठा। उप महासचिव विपिन मिश्रा ने कहा कि आज बीएसपी कर्मचारियों को आवास रख-रखाव के रूप में जो राशि प्रदान की जा रही है। वह राशि 5 अप्रैल 2013 तय हुई थी, आज भी चही मिल रही है।

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वर्तमान में रख-रखाव की राशि तीन कमरे के मकान वाले आवास को 1750 रुपया प्रति वर्ष, दो कमरे के मकान को 1400 रुपया प्रति वर्ष और एक कमरे के मकान को 1050 रुपया प्रति वर्ष दी जाती है। इस राशि से बिजली का रख-रखाव, पोताई और आवास रख-रखाव के लिए दिया जाता है, जबकि आज की महंगाई में यह राशि बहुत कम है।

महासचिव एसके बघेल ने बताया कि इसके लिए इंटक यूनियन मुख्य महाप्रबंधक नगर प्रशासन यूके झां से मांग कर चुका है। सभी कर्मचारियों को 25000 प्रति वर्ष आवास की राशि की मांग की गई है। मुख्य महाप्रबंधक ने इस पर कहा है कि उच्च प्रबंधन से जल्द चर्चा निर्णय लिया जाएगा। वहीं, वरिष्ठ सचिव जयंत बराठे ने मांग की है कि 650 स्क्वायर फीट तक के आवास को जल्द लाइसेंस पद्धति में दिया जाए।

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39 महीने का एरियर, नया वेतनमान जल्द दें

स्टील इम्प्लाइज यूनियन इंटक की कार्यकारिणी बैठक यूनियन दफ्तर में हुई। महासचिव एसके बघेल ने कहा कि कर्मचारियों के 39 महीने का एरियर जल्द प्रदान करने, नया वेतनमान जल्द लागू कर उसके भी एरियर की मांग की गई है। सेल प्रबंधन से इंटक का राष्ट्रीय नेतृत्व चर्चा कर रहा है। जल्द से जल्द फुल एनजेसीएस बैठक बुलाकर एरियर देने की मांग की है। इंटक यूनियन लगातार प्रयास कर रही है।

दोनों वक्त दिया जाए पानी

उप महासचिव चंद्रशेखर ने कहा कि कर्मचारियों का रात्रि भत्ता को 500 रुपया प्रतिदिन रिवाइज करके जल्द दिया जाए। कोषाध्यक्ष दीनानाथ सिंह ने मांग की है कि भीषण गर्मी में बहुमंजिला आवास में पानी रखने की जगह नहीं होने के कारण एक समय पानी देने के बजाय दोनों वक्त पानी दिया जाए।

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मंथली इंसेंटिव स्कीम को जल्द रिवाइज किया जाए

सचिव आर दिनेश ने कहा कि इंसेंटिव स्कीम 15 साल पुरानी है। जो 3240 रुपया अधिकतम के हिसाब से है। इसे जल्द रिवाइज कर 10500 रुपया प्रति माह के हिसाब से दिया जाए, क्योंकि आज लेबर प्रोडक्टिविटी बढ़कर 455 टन प्रति व्यक्ति हो चुकी है। उत्पादन भी बढ़ गया है। कर्मचारियों की संख्या कम हो गई है। इसलिए इंसेंटिव रिवाइज की प्रक्रिया को जल्द से जल्द किया जाए, ताकि कर्मचारियों को सम्मानजनक इंसेंटिव प्राप्त हो सके।

कार्यकारिणी बैठक में ये रहे शामिल

बैठक में पीयूषकर, पूरण वर्मा, एसके खिचरिया, रमेश तिवारी, मदनलाल सिन्हा, सच्चिदानंद पांडे, पीवी राव, वंश बहादुर सिंह, तुरिंदर सिंह, शेखर शर्मा, अनिमेष पसीने, जीआर सुमन, संतोष साव, के. राजशेखर, सीपी वर्मा, शिव शंकर सिंह, आरके त्रिपाठी, रेशम राठौर, पीके विश्वास, गुरुदेव साहू, जसवीर सिंह, खुर्शीद कुरैशी, एसपी सिंह, उमापति मिश्रा, राजकुमार, गुलाब दास, राधेश्याम, अर्जुन कुमार, रमेश पाल, आरिफ मंजर, ताम्रध्वज सिन्हा, राजकुमार नायक, रमन मूर्ति, आनंद बघेल, डीपी खरे, प्रदीप पाठक आदि उपस्थित थे।

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