अधिकारियों की तर्ज पर सेल कर्मियों को भी चाहिए पर्क्स…

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। बीएसपी यूनियन चुनाव का प्रचार अभियान समय के बंधन से मुक्त हो चुका है। सुबह से शाम तक कर्मचारियों के बीच यूनियनें अपनी बात रख रही हैं। इसी तरह रेल मिल में जब सीटू की टीम पहुंची तो कर्मचारी शिफ्ट में पहुंचना शुरू हो चुके हैं। ड्यूटी टाइम शुरू होने से पहले तक यूनियन नेताओं ने दृष्टि पत्र पेश किया और वादे नहीं इरादे से वाकिफ कराया। सीटू पदाधिकारियों ने बताया कि टीम रेल मिल पहुंच कर मान्यता चुनाव हेतु जारी किए गए सीटू के दृष्टि पत्र देते हुए कर्मियों से चर्चा किया। इस अवसर पर कर्मियों ने 39 माह का एरियर, अधिकारियों के तर्ज पर कर्मियों को भी पर्क्स, हाउस रेंट अलाउंस, नए पे-स्ट्रक्चर के आधार पर बेसिक फील्ड करने आदि से संबंधित सवाल किए, जिसका सीटू नेताओं ने स्पष्ट एवं संतुष्टिकरण उत्तर दिया

एकता-संघर्ष है सीटू का मूल मंत्र

सीटू के रेल मिल के संयोजक केके देशमुख ने कहा कि सीटू एकता एवं संघर्ष के नारे पर काम करती है। यूनियन कर्मियों के जायज हको के लिए मांग करता है। जायज मांग को मनवाने के लिए एकता की आवश्यकता होती है। एकता बनाते हुए संघर्ष में उतरता हैं। संघर्ष करते हुए प्रबंधन से बात करता हैं। बात बनती है तो ठीक, वरना पुनः संघर्ष पर उतरता है। यही एकता-संघर्ष एकता सीटू का मूल मंत्र है।

39 माह का एरियर “वादा नहीं इरादा है सीटू का”

सीटू के मिल जोन के पूर्व सचिव केवेंद्र सुंदर ने कहा कि कर्मियों के हक में जायज मांगों को हासिल करने का इरादा होना चाहिए, वादे तो अक्सर जुमले हो जाया करते हैं। 39 माह का एरियर अर्थात 1 जनवरी 2017 से लेकर 31 मार्च 2020 तक का नए डीए बेसिक का एरियर कर्मियों का हक है। सीटू वेतन समझौता के शुरुआत से ही एरियर लेने की बात करता रहा है। सीटू इस एरियर्स को हर हालत में लेने का इरादा रखता है। इसीलिए इस एरियर को पाने तक कर्मियों को साथ लेकर सीटू का संघर्ष जारी रहेगा।

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