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NJCS Meeting: ठेका मजदूर की होती है बीमारी से मौत तो SAIL दे आश्रित को नौकरी

NJCS Meeting: ठेका मजदूर की होती है बीमारी से मौत तो SAIL दे आश्रित को नौकरी
  • प्रेम कुमार ने कहा कि एनजेसीएस अगर सही में ठेका श्रमिकों के लिए चिन्तित हैं तो दिल्ली में एनजेसीएस की बैठक में सेल प्रबंधन से यह प्रावधान स्वीकृत कराए कि ठेका श्रमिकों के आश्रित को भी लाभ मिले।

सूचनाजी न्यूज, बोकारो। बीएसएल के कोक ओवन एंड कोल केमिकल डिपार्टमेंट के मजदूरों की समस्याओं को लेकर बुधवार को रोष व्यक्त किया गया। भारतीय इस्पात कर्मचारी संघ के महासचिव प्रेम कुमार की अध्यक्षता में बीएसएल कैंटीन न-1 में बैठक की गई। संचालन कमलेश कुमार ने किया।

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प्रेम कुमार ने अपने सम्बोधन में कहा कि बीएसएल में कार्यरत कर्मचारियो के लिए यह नियम है कि अगर कार्य अवधि के दौरान किसी भी कर्मचारी की तबीयत खराब हो जाती है, जिसके उपरांत उसकी मृत्यु संयंत्र के अंदर हो जाती है। या अस्पताल में इलाज के दौरान मौत होती है तो उसके एक आश्रित को नियोजन दिया जाता है।

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कर्मचारियों के लिए यह भी प्रावधान है कि ड्यूटी के एक घंटे पहले सयंत्र आते समय या पाली समाप्त होने के बाद घर जाते समय एक घंटे के अंदर अगर कोई दुर्घटना हो जाती है तो भी एक आश्रित को नियोजन दिया जाता है। परंतु यह प्रावधान ठेका मजदूरों के लिए नहीं है।

अगर किसी ठेका मजदूर की कार्य अवधि के दौरान चोट लगाने से मृत्यु होती है, तभी उसके आश्रित को नियोजन दिया जाता है। विगत कुछ दिनों से देखा जा रहा है कि ठेका मजदूर की तबीयत बिगड़ जाने से मृत्यु होने पर भी एनजेसीएस नेता मजदूरों को बहलाने के लिए आंदोलन पर उतार आते हैं, जबकि इन मामलो में नियोजन का प्रावधान ही नहीं है।

प्रेम कुमार ने कहा कि एनजेसीएस अगर सही में ठेका श्रमिकों के लिए चिन्तित हैं तो दिल्ली में एनजेसीएस की बैठक में सेल प्रबंधन से यह प्रावधान स्वीकृत कराए कि ठेका श्रमिकों को भी कार्य स्थल पर तबीयत बिगड़ने से और ड्यूटी आते समय एक घंटा पहले और ड्यूटी से जाते समय एक घंटा बाद तक कोई दुर्घटना होने पर आश्रित को नियोजन दिया जाए सिर्फ बीएसएल में आंदोलन की नौटंकी करने से कुछ नहीं होता।

अगर एनजेसीएस नेतागण ठेका श्रमिकों को बहलाना और गलत बयान बाजी बंद नहीं करते और इनके हित मे एनजेसीएस कि बैठक में निर्णय नहीं लेते तो पूरे सयंत्र में इनका विरोध होगा। उन्होंने ठेका श्रीमकों के लिए बीएसएल से मांग किया कि अनुभव और योग्यता के आधार पर ही यूएसडब्लू मजदूरों को एसडब्लू और एसडब्लू को एचएसडब्लू में प्रमोशन दिया जाए।

ठेका मजदूरों को हीट अलाउंस उनके 2019 के वेतन के हिसाब से आठ प्रतिशत दिया जा रहा है, जबकि उनको वर्तमान वेतन के हिसाब से हीट एलाउंस मिलना चाहिए। ठेका मजदूरों को भी सीएल और आरएच छुट्टी दिया जाए, रात्रि भत्ता, ग्रुप इंश्योरेंस पन्द्रह लाख किया जाए।

बैठक में मुख्य रूप से वरीय संयुक्त महामंत्री शम्भु कुमार, संयुक्त महामंत्री सुरेन्द्र महतो, मुकेश कुमार, वरीय उपाध्यक्ष सत्यनारायण ठाकुर, कार्यकारिणी सदस्य विशेश्वर रजवार, दिलीप कुमार दिनेश मांझी, फोस्बेल इंडिया, रोजी इंटरप्राइजेज और एसआरजी के ठेका मजदूर मौजूद रहे।