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SAIL के डिप्लोमा इंजीनियर कर सकेंगे रेगुलर BE, B.Tech, BSP ने इन शर्तों के साथ जारी किया सर्कुलर, रावतपुरा यूनिवर्सिटी ने खोले द्वार

SAIL के डिप्लोमा इंजीनियर कर सकेंगे रेगुलर BE, B.Tech, BSP ने इन शर्तों के साथ जारी किया सर्कुलर, रावतपुरा यूनिवर्सिटी ने खोले द्वार
  • पाठ्यक्रम का पूरा खर्च कर्मचारी द्वारा वहन किया जाएगा। कर्मचारियों को अपने मंजूरी प्राधिकारी से पूर्व अनुमति लेकर अपनी छुट्टी लेनी होगी।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल के दुर्गापुर और बोकारो स्टील प्लांट के बाद अब डिप्लोमा इंजीनियरों की बहुप्रतीक्षित मांग को भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन ने भी मान लिया है। भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन द्वारा फ्लैक्सिबल टाइम में इंजीनियरिंग करने का रास्ता खोल दिया है।

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इस संबंध में बीएसपी प्रबंधन द्वारा बकायदा सर्कुलर जारी किया गया है। डिप्लोमा इंजीनियर अपने एचओडी से अनुमति लेकर के पर्सनल विभाग में अनापत्ति प्रमाण पत्र अनुमति हेतु आवेदन कर सकते हैं। 2 दिन पहले ही डिप्लोमा इंजीनियर्स एसोसिएशन के निवेदन पर रावतपुरा यूनिवर्सिटी द्वारा भी फ्लैक्सिबल टाइमिंग में बीटेक कोर्स कराने के लिए सर्कुलर जारी किया जा चुका है।

डिप्लोमा इंजीनियर्स एसोसिएशन ने अपील किया है कि सारे डिप्लोमा इंजीनियर शीघ्र ही BSP प्रबंधन से अनुमति लेकर के एडमिशन प्रक्रिया में हिस्सा ले सकते हैं। एसोसिएशन के अभिषेक सिंह, पवन साहू, शिवशंकर तिवारी, उषा कर चौधरी, मो रफी, रमेश कुमार, अजय तमोरिया ने सभी डिप्लोमा इंजीनियर्स को बधाई दी है।

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भिलाई इस्पात संयंत्र के कर्मचारियों को नियमित बीई/बी.टेक करने की अनुमति दी जा रही है। एआईसीटीई ने नियमित बी.ई./बी.टेक में लेटरल एंट्री में प्रवेश के लिए एक विशेष प्रावधान किया गया है। जिन कर्मचारियों ने न्यूनतम दो (02) वर्ष की सेवा (प्रशिक्षण अवधि को छोड़कर) पूरी कर ली है, वे छत्तीसगढ़ के एआईसीटीई अनुमोदित इंजीनियरिंग कॉलेजों में उपरोक्त पाठ्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए अपने एचओडी के माध्यम से एनओसी जारी करने के लिए आवेदन कर सकते हैं।

प्रबंधन को संगठनात्मक आवश्यकताओं के अधीन एनओसी देने का अधिकार होगा और एक विभाग में कर्मचारी की वरिष्ठता और विभाग के संचालन के अनुकूलन के आधार पर, एक वर्ष में जारी की जाने वाली एनओसी की कुल संख्या पर तर्कसंगत बनाया जाएगा। पढ़ाई से कर्मचारी के सामान्य ड्यूटी घंटों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

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पाठ्यक्रम का पूरा खर्च कर्मचारी द्वारा वहन किया जाएगा। कर्मचारियों को अपने मंजूरी प्राधिकारी से पूर्व अनुमति लेकर अपनी छुट्टी लेनी होगी। इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश लेने के बाद एक कर्मचारी को प्रत्येक वर्ष/सेमेस्टर में संबंधित कार्मिक कार्यकारी को पाठ्यक्रम शुल्क जमा करने की रसीद की प्रति के साथ लिखित रूप में सूचित करना होगा।

सर्कुलर में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि पढ़ाई जारी रखना कोई आधिकारिक कर्तव्य नहीं माना जाएगा। कर्मचारियों को कैंपस प्लेसमेंट के लिए उपस्थित होने की अनुमति नहीं दी जाएगी। कर्मचारियों को कोर्स करते समय अपना आचरण ऐसा बनाए रखना चाहिए जिससे कंपनी की छवि को बढ़ावा मिले।

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