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इस्पात सचिव नागेन्द्र नाथ सिन्हा पहुंचे Bhilai Steel Plant, 2040 में कैसा होगा SAIL का भविष्य, हो रहा मंथन

इस्पात सचिव नागेन्द्र नाथ सिन्हा पहुंचे Bhilai Steel Plant, 2040 में कैसा होगा SAIL का भविष्य, हो रहा मंथन
  • भिलाई इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता ने नागेन्द्र नाथ सिन्हा का रायपुर विमानतल में आगमन पर स्वागत किया।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भारत सरकार के इस्पात सचिव नागेन्द्र नाथ सिन्हा (आईएएस) अपने पहले भिलाई प्रवास पर पहुंचे। प्लांट विजिट के साथ ही यंग मैनेजर्स के साथ साल 2040 के विजन पर चर्चा किया। 2040 में सेल का भविष्य कैसा होगा, इस बारे में यंग मैनेजर्स की बातों को सुना। प्रेजेंटेशन हुआ है। अपना व्यू प्वाइंट बताया है। ग्रीन स्टील पर काम करने और इसके लिए आगे बढ़ने के रोडमैप पर संवाद किया गया। ग्रीन स्टील को लेकर दुनिया भर में चल रही मुहिम की दिशा में सरकार के साथ सेल के प्रोजेक्ट को मिलाकर आगे ले जाने की दिशा में बातचीत की गई। ग्रीन स्टील को लेकर प्लांट पर फोकस है। क्लाइमेट चेंज और इंडस्ट्री को लेकर गंभीरता से मंथन किया गया।

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भिलाई इस्पात संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता ने नागेन्द्र नाथ सिन्हा का रायपुर विमानतल में आगमन पर स्वागत किया। इस्पात नगरी के प्रवास के दौरान इस्पात सचिव ने भिलाई इस्पात संयंत्र के विभिन्न उत्पादक इकाईयों का निरीक्षण किया और संयंत्र के निष्पादन की समीक्षा की।

विमानतल से सीधा भिलाई निवास पहुंचने पर इस्पात सचिव नागेन्द्र नाथ सिन्हा को गार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया। तत्पश्चात भिलाई निवास के प्रांगण में इस्पात सचिव नागेन्द्र नाथ सिन्हा ने वृक्षारोपण किया। संयंत्र का अवलोकन करने श्री सिन्हा, भिलाई निवास से सीधे संयंत्र परिसर में सेफ्टी एक्सीलेंस सेंटर पहुंचे और सुरक्षा सम्बन्धी जानकारी ली।

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संयंत्र भ्रमण के दौरान संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता, कार्यपालक निदेशक(वर्क्स) अंजनी कुमार सहित संयंत्र के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे। इस्पात मंत्रालय के सचिव नागेन्द्र नाथ सिन्हा ने मोडेक्स इकाइयां, कोक ओवन बैटरी 11, ब्लास्ट फर्नेस क्रमांक 8, स्टील मेल्टिंग शॉप-3 और यूनिवर्सल रेल मिल के संचालन में गहरी रूचि ली।श्री सिन्हा बैटरी-11 में कोक बनाने की प्रक्रिया देखने के बाद अत्याधुनिक ब्लास्ट फर्नेस क्रमांक-8 में पहुंच कर हॉट मेटल के उत्पादन की प्रक्रिया और स्टील मेल्टिंग शॉप-3 में क्रूड इस्पात उत्पादन की प्रक्रिया को नजदीक से देखा।

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तत्पश्चात यूनिवर्सल रेल मिल में श्री सिन्हा ने विश्व की सबसे लम्बी 130 मीटर रेल का उत्पादन और 260 मीटर वेल्डेड रेल पैनल की लोडिंग की प्रक्रिया का अवलोकन व निरीक्षण किया। साथ ही इस्पात सचिव ने विभाग के अधिकारियों से भी बातचीत की।

इस्पात भवन में इस्पात सचिव का संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता, कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएं) एवं अतिरिक्त प्रभार कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) एस मुखोपाध्याय, कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन) अजय कुमार चक्रबर्ती, कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा) डाक्टर एके पंडा, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (खदान एवं रावघाट) समीर स्वरुप, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवांयें) डॉ. प्रमोद बिनायके एवं शीर्ष प्रबंधन की उपस्थिति में स्वागत किया।

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संयंत्र दौरे में इस्पात उत्पादन की प्रक्रिया का अवलोकन और निरीक्षण करने के पश्चात श्री सिन्हा इस्पात भवन में निदेशक प्रभारी के सभागार में संयंत्र के उत्पादन और निष्पादन पर आयोजित बैठक में दिये गये प्रस्तुतिकरण के माध्यम से संयंत्र के प्रदर्शन की समीक्षा की।

निदेशक प्रभारी सभागार के प्रबंधन के शीर्ष बैठक में संयंत्र के अधिकारीगण और विभागाध्यक्ष उपस्थित थे। श्री सिन्हा ने संयंत्र के उत्पादन के मुख्य आकर्षण बिन्दुओं पर प्रस्तुति के दौरान प्रदर्शन की समीक्षा की। इस बैठक में संयंत्र के वरिष्ठ अधिकारियों से विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करते हुए इस्पात सचिव श्री सिन्हा ने संयंत्र के निष्पादन के लिए इस्पात बिरादरी को बधाई देते हुए कहा कि आने वाला समय आपके लिये चुनौतियों से भरा होगा।

उन्होंने इसके लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि ऐसे दौर में भी आप बेहतर परिणाम दें सकें और इस्पात मंत्रालय द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने में अपना योगदान दें। इस बैठक के पश्चात इस्पात सचिव श्री सिन्हा ने इस्पात भवन में युवा कर्मियों से मुलाकात की तथा समीक्षा बैठक के बाद इस्पात सचिव श्री नागेन्द्र नाथ सिन्हा भिलाई निवास पहुंचे।