- चुनाव आयोग की गाइडलाइन है कि 4 जून तक किसी तरह का कोई एक्जिट पोल नहीं होना है। कार्यकर्ताओं ने रुझान बयां कर दिया।
अज़मत अली, भिलाई। लोकसभा चुनाव (Loksabha Election ) का तीसरा चरण खत्म हो चुका है। प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो चुकी है। किसने-कितनी मेहनत की। क्या वास्तव में मोदी और राहुल गांधी के नाम पर वोट पड़े। इसकी तस्वीर 4 जून को साफ हो जाएगी।
चुनाव आयोग की गाइडलाइन है कि 4 जून तक किसी तरह का कोई एक्जिट पोल नहीं होना है। इसलिए Suchnaji.com वोटरों से मिले संकेत की जानकारी को साझा नहीं कर रहा है। लेकिन, रुझान ने रिजल्ट घोषित कर दिया है।
दुर्ग लोकसभा सीट पर कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशी के बीच सीधा मुकाबला है। बीजेपी प्रत्याशी विजय बघेल लगातार दूसरी जीत दर्ज कर पाएंगे या कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र साहू कोई नई इबारत लिखेंगे…? यह तो 4 जून को पता चलेगा, लेकिन मतदान के दौरान भिलाई का जो नजारा दिखा, उसे साझा किया जा रहा है।
महापौर भी आज ही नजर आ रहे हैं…
Suchnaji.com की टीम सबसे पहले सेक्टर 5 बीएसपी स्कूल मतदान केंद्र पहुंची। यहां सवा 6 बजे से ही मतदाता पहुंच गए थे। भिलाई स्टील प्लांट के कर्मचारी मोहम्मद इकबाल, डीवीएस रेड्डी परिवार सहित पहले मतदान करने वालों में शामिल रहे।
इसी केंद्र पर बीजेपी प्रत्याशी विजय बघेल, महापौर नीरज पाल, बिलासपुर से कांग्रेस प्रत्याशी और भिलाई विधायक देवेंद्र यादव ने मतदान किया। सुबह 10 बजे तक ही करीब 30 प्रतिशत मतदान हो चुका था। बाहर भाजपा के टेबल पर खासा भीड़ नजर आई। कांग्रेस के टेबल पर अपेक्षाकृत कम कार्यकर्ता चर्चा का विषय बने रहे। वोट डालकर बाहर निकले बीएसपी के एक जीएम ने खुलकर बोल दिया कि महापौर भी आज ही नजर आ रहे हैं…।
राजेंद्र साहू ने कहा-परिवर्तन तय, विजय बघेल पहुंचे स्कूटी से
दोपहर करीब ढाई कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र साहू पहुंचे। चेहरे पर मुस्कान थी। चुनावी प्रचार अभियान से नदारद रहने वाले दायें-बायें नजर आए। दावा किया गया कि परिवर्तन का माहौल है। कांग्रेस जीत रही है। इसी बूथ पर मतदान करने के लिए विजय बघेल स्कूटी से अपनी पत्नी संग पहुंचे थे। वोट डालने के बाद कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाने रवाना हो गए।
टेबल मैनेजमेंट में बीजेपी आगे
दोपहर करीब 3 बजे सेक्टर 4 के मतदान केंद्र के बाहर पार्टियों के टेबल पर माहौल बनाने में भाजपाई काफी आगे नजर आ रहे थे। भीड़ मैनेजमेंट बेहतर था। यहां कांग्रेसी पार्षद राजेश चौधरी कुछ हद तक युवाओं की टोली लेकर मैदान में डटे नजर आए। यहीं, संयुक्त यूनियन के सदस्य संजय साहू, टी जोगा राव और डीवीएस रेड्डी भी नजर आए।
बटन इतना दबाया कि ईवीएम हो गई खराब
वोटरों का रुझान जानने के लिए हुडको और हॉस्पिटल सेक्टर के बूथ पर भी सूचनाजी.कॉम की टीम पहुंची। हॉस्पिटल सेक्टर के एक बूथ पर ईवीएम खराब होने से काफी देर तक चुनाव रुके रहने की जानकारी मिली।
बताया गया कि कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र साहू के 2 नंबर का बटन काम नहीं कर रहा था। किसी ने कस कर दबा दिया, जिससे वह खराब हो गई। दूसरी ईवीएम मशीन लगाने के बाद मतदान शुरू हो सका।
मनीष पांडेय हौसला बढ़ाते दिखे
हॉस्पिटल सेक्टर (Hospital Sector) के भाजपा कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए पूर्व मंत्री प्रेम प्रकाश पांडेय (Prem Prakash Pandey) के पुत्र मनीष पांडेय पहुंचे। मनीष कार्यकर्ताओं को लेकर बारी-बारी से टाउनशिप के बूथों पर भ्रमण करते दिखे। यहीं, कांग्रेसियों का गला तर करने के लिए मोहम्मद जावेद छाछ पिला रहे थे।
हुडको के डीएवी बूथ के बाहर एक तरफ कांग्रेसी मोर्चा संभाले थे। दूसरी तरफ भाजपा और आरएसएस के सदस्य महिला कार्यकर्ता समेत डटे रहे।
सेक्टर 9 बूथ पर 10 बजे तक 60 प्रतिशत मतदान
पूर्व मंत्री और भाजपा के कद्दावर नेता प्रेम प्रकाश पांडेय के बंगले के समीप सेक्टर 9 बीएसपी स्कूल स्थित मतदान केंद्र में दोपहर में सन्नाटा पसरा था। बताया गया कि सुबह 10 बजे तक ही यहां 60 प्रतिशत मतदान हो चुका है। यहां 2 ग्रुप में 3 महिलाओं से सवाल-जवाब किया गया। इनकी जुबां से कांग्रेस के घोषणा में महिलाओं के खाते में आने वाली राशि थी। खुलकर बोलने से बचती रहीं, लेकिन अंडर करंट का दावा कर गईं।
खुर्सीपार में बदला-बदला दिखा नजारा
बापूनगर बूथ के बाहर विधानसभा चुनाव की अपेक्षा नजारा काफी बदला-बदला नजर आया। पिछले चुनाव में मेले जैसा माहौल रहा। इस बार सन्नाटा पसरा रहा। कांग्रेस के टैबल पर कुछ बच्चे पर्ची काटने का कार्य करते दिखे। वहीं, बीजेपी के टेबल पर 10-12 सीनियर कुछ और ही तस्वीर दिखा रहे थे।
तेलुगू बस्ती की कहानी कुछ और ही बयां कर रही
खुर्सीपार तेलुगू बस्ती में रहने वाले बीएसपी के एसपी-2 में कार्यरत ठेका मजदूर की जुबां से निकला कि यहां कांग्रेस प्रत्याशी की ओर से कोई आया ही नहीं। घोषणा पत्र से अनभिज्ञ कई महिलाएं मिलीं। कुछ युवाओं ने साफ शब्दों में कहा कि उन्होंने पहले से ही मन बना लिया था, इसलिए वहीं वोट दिया।